मप्र जमीन घोटाला: सॉफ्टवेयर बंद कर लीपापोती की तैयारी

भोपाल। मध्यप्रदेश में जमीनों का सारा रिकॉर्ड आॅनलाइन करने की प्रक्रिया के दौरान एक बड़ा जमीन घोटाला कारित किया गया। संदेह जताया जा रहा है कि पूरा घोटाला शुरू से अंत तक सुनियोजित षडयंत्र के तहत किया गया। मात्र 4 दिन पहले रजिस्टर्ड हुई कंपनी को काम दिया गया और अब जबकि घोटाले की परतें खुलना शुरू हो गईं हैं तो शिवराज सिंह सरकार ने सॉफ्टवेयर बंद करने की कोशिश शुरू कर दी है। यदि सॉफ्टवेयर बंद हो गया तो सारे घोटाले में लीपापोती हो जाएगी। मामले की शिकायत सीबीआई से भी की गई है परंतु व्यापमं घोटाले में व्हिसिल ब्लोअर बनने वाले सीएम शिवराज सिंह चौहान इस मामले में रहस्यमयी चुप्पी साधे हुए हैं। 

राज्य की सभी जमीनों की कंप्यूटर एंट्री का काम लंबे समय से चल रहा है। पहले ये काम सरकारी एजेंसी एनआईसी करती थी लेकिन 4 साल पहले ये काम टेंडरिंग प्रक्रिया के ज़रिए एक निजी कंपनी को सौंप दिया गया। गुड़गांव की एक निजी कंपनी ने फरवरी 2012 में 342 तहसीलों के लिए ऑनलाइन मॉडिफिकेशन के जरिए वेब जीआईएस सॉफ्टवेयर बनाने का टेंडर हासिल किया। हैरानी की बात ये है कि सरकार का करार एक ऐसी कंपनी से हुआ जो सिर्फ 4 दिन पहले तैयार की गई थी। इस कंपनी का नाम था BHOPAL E-GOVERNANCE LIMITED नाम कुछ इस तरह का है जिसके कारण प्राइवेट कंपनी भी सरकारी लगे। 

घोटाला क्या हुआ
रिकॉर्ड में कई तरह की जालसाजियां की गईं हैं। उन जमीनों के भी रिकॉर्ड तैयार हो गए जो धरती पर है ही नहीं। इस रिकॉर्ड के आधार पर कथित किसानों ने बैंक से लोन और सरकार की दूसरी सुविधाएं ले लीं, जबकि जमीन तो है ही नहीं। सवाल यह है कि अब सरकार और बैंक कुर्की निलामी किसकी करेंगे। 
सरकारी जमीनों का बंदोबस्त कुछ इस तरह से हो गया कि अब पटवारियों की समझ से भी बाहर जा रहा है। सबसे ज्यादा घोटाले ग्वालियर एवं नरसिंहपुर में हुए हैं। कहा जा रहा है कि तत्कालीन कलेक्टरों समेत वल्लभ भवन के अधिकारी भी इसमें शामिल हैं। आरोप यह भी लगाए जा रहे हैं कि सीएम शिवराज सिंह तक सारी रिपोर्ट पहुंच चुकी है परंतु वो रहस्यमयी चुप्पी साधे हुए हैं। 

ये लोग हैं BHOPAL E-GOVERNANCE LIMITED के कर्ताधर्ता 
MANOJ JAYANTILAL KHANDERIA: Director
BRIJESH BAHGWATIPRASAD VYAS: Wholetime Director
DURGA PRASAD YENIGALLA: Director
SANDEEP GUPTA: Director

MANOJ JAYANTILAL KHANDERIA जिनका DIN नंबर 01189743 है। इन कंपनियों में भी डायरेक्टर हैं
POLAR PROPERTY MANAGEMENT PRIVATE LIMITED: Director, 18 January 2007
BIHAR E-GOVERNANCE SERVICES & TECHNOLOGIES LIMITED: Director, 01 June 2014
BHOPAL E-GOVERNANCE LIMITED: Director, 15 February 2013
ODISHA E-GOVERNANCE SERVICES LIMITED: Nominee Director, 01 July 2015
LIVIA INDIA LIMITED: Wholetime Director, 04 October 2011

DURGA PRASAD YENIGALLA DIN नंबर 06885949 इन कंपनियों में डायरेक्टर हैं
BIHAR E-GOVERNANCE SERVICES & TECHNOLOGIES LIMITED: Director, 01 June 2014
BHOPAL E-GOVERNANCE LIMITED: Director, 25 August 2014
ODISHA E-GOVERNANCE SERVICES LIMITED: Nominee Director, 06 September 2014
LIVIA INDIA LIMITED: Director, 30 September 2014

SANDEEP GUPTA भोपाल ई गवर्नेंस के अलावा केवल ODISHA E-GOVERNANCE SERVICES LIMITED में ही डायरेक्टर हैं जबकि BRIJESH BAHGWATIPRASAD VYAS केवल भोपाल ई गवर्नेंस में ही डायरेक्टर हैं। 

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