भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गांव बुदनी में स्थित शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल पान गुराड़िया में एक भी शिक्षक नहीं है। यहां हर रोज स्टूडेंट्स आते हैं और चले जाते हैं। एक अतिथि शिक्षक पिछले साल नियुक्त था। इस बार सरकार ने अभी तक अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति ही नहीं की है। फिर भी वो प्रतिदिन स्कूल आता है और अध्यापक कार्य करा रहा है।
बात सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा क्षेत्र में शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल पान गुराड़िया की हो रही है। बुदनी सीएम शिवराज सिंह की विधानसभा है और यह स्कूल इस क्षेत्र का सबसे बड़ा स्कूल है। स्कूल का पूरा सरकारी स्टाफ अपनी सुविधा से आता और जाता है। स्कूल में छात्र छात्राओं के एडमिशन भी हुए हैं और वो रोज आते भी हैं परंतु उन्हे पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक नहीं है। बेचारा इकलौता अतिथि शिक्षक रोज समय पर आकर प्रार्थना करवाता है। सरकार ने उसे भी नियुक्ति नहीं दी है।
DPC का बेतुका जवाब
इस मामले की शिकायत जब जिले के डीपीसी से की गई तो उनका जबाब चकित कर देने वाला था। उनका कहना है कि उनके पास अभी कोई शिकायत नही आई है। सवाल यह है कि स्कूलों में शिक्षकों का प्रबंधन करना डीपीसी की जिम्मेदारी है। इस मामले मे किसी शिकायत का इंतजार क्यों किया जा रहा है। यदि डीपीसी को अपने जिले के स्कूलों का हाल ही नहीं पता तो ऐसा अधिकारी अपनी कुर्सी पर क्यों है।