नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि जो लोग और संगठन कश्मीर में धारा 370 पर बहस की मांग कर रहे हैं वो नहीं जानते, वो आग से खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा राज्य के भारत में विलय से संबंधित है। विलय पर चर्चा किए बिना इस पर बहस हो ही नहीं सकती। उमर चाहते हैं कि कश्मीर समस्या का हल निकालने के लिए पाकिस्तान से बातचीत शुरू की जाए।
उनका यह बयान उस वक्त आया है जब एटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने हाल ही में उच्चतम न्यायालय से कहा कि राजग सरकार अनुच्छेद 356 पर ‘व्यापक बहस’ चाहती है। उमर ने कहा, ‘‘विलय पर चर्चा किए बिना आप जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे पर बहस कर सकते हैं? आप नहीं कर सकते। ये एक ही सिक्के दो पहलू हैं। विशेष दर्जे के साथ जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय हुआ था।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा को यह समझने की जरूरत है कि जो संगठन इस मुद्दे को उछाल रहे हैं वो ‘आग से खेल रहे हैं।’ उमर ने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के उस बयान को याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी दोस्त बदल सकता है लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकता। उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए पाकिस्तान के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संपर्क जरूरी है।’’