31 जुलाई को भोपाल आएगा कमश्री के कांवड़ियों का सैलाब, 353 गांव के लोग शामिल होंगे

भोपाल। लम्बे समय से देश के हृदय प्रदेश की राजधानी में धर्म, संस्कार, समाज और संस्कृति के लिए समर्पित संस्था ‘कर्मश्री’ द्वारा प्रतिवर्ष श्रावण मास में निकाली जाने वाली कांवड़यात्रा के इस बार 10 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। संस्था के अध्यक्ष, हुजूर विधायक और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा के नेतृत्व में हजारों भगवाधारी कांवडि़ए 29 जुलाई को होशगाबाद से कांवड में नर्मदाजल लेकर भोपाल के लिए निकलेंगे और 31 जुलाई को भोपाल पहुंचकर गुफा मंदिर में भगवान के आशुतोष स्वरूप का कांवड़जल से अभिषेक करेंगे। 

कांवड़यात्रा के संयोजक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि कांवड़यात्रा के लिए सभी कांवड़यात्री भोपाल से 28 जुलाई को अपरान्ह होशंगाबाद के लिए रवाना हो जाएंगे। इसी दिन सांयकाल होशंगाबाद के प्रसिद्ध नर्मदातट सेठानी घाट पर मॉ नर्मदा का आरती पूजन किया जाएगा। इसके अगले दिन 29 जुलाई को अलसुबह 7 बजे होशंगाबाद के प्रसिद्ध सेठानी घाट से कांवड़यात्रा की शुरूआत होगी। यहां से कांवडि़ए अपनी कांवड़ में नर्मदा जल भरकर भोपाल की ओर रवाना होंगे। कांधों पर आस्था की कांवड़ उठाए कांवडि़ए तीन दिनों में होशंगाबाद से गुफा मंदिर भोपाल आएंगे। यहां 31 जुलाई को कांवड़जल से भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया जाएगा। 

कांवड़यात्रा में हुजूर विधानसभा सहित आसपास के क्षेत्रों के 353 गाँवों एवं 35 बस्तीयों से हजारों कांवडि़ये शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कांवडि़यों के पंजीयन का कार्य लगातार चल रहा है, गौरतलब है कि ‘‘कर्मश्री’’ की यह कांवड़यात्रा मध्यभारत का अपने तरह का सबसे बड़ा और अनूठा आयोजन होता है जिसमें तीन दिन तक राजमार्ग पर षिवभक्तों की भक्ति देखते ही बनती है।

तीन दिन में 111 किमी पैदल चलेंगे कांवडि़ए
कांवड़यात्रा के संयोजक विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि कांवडि़ए यात्रा शुरू होने के एक दिन पहले ही 28 जुलाई शाम को होशंगाबाद पहुंच जाएंगे। होशंगाबाद सेठानी घाट स्थित जगदीश मंदिर सहित अन्य स्थानों पर कांवडि़यों के रूकने की व्यवस्था की गई है। इसके अगले दिन 29 जुलाई को सुबह 7 बजे सेठानी घाट से कांवड़यात्रा की विधिवत शुरूआत होगी। इसी दिन मुख्य मार्ग से होती हुई यात्रा पूर्वान्ह 11 बजे बुदनी पहुंचेगी, जहां दोपहर भोजन होगा और सांयकाल बरखेड़ा पहुंचेगी। बरखेड़ा एवं उमरिया गुरूद्वारे में कांवडियों के रात्री विश्राम एवं रात्री भोजन की व्यवस्था की गई है। अगले दिन 30 जुलाई को सुबह 7 बजे यात्रा पुनः शुरू होगी और पूर्वान्ह 11 बजे तक औबेदुल्लागंज पहुंचेगी। दोपहर भोजन औबेदुल्लागंज में होगा और इसी दिन सांयकाल 5 बजे मंडीदीप पहुंचेगी। 

इस दिन के रात्री भोजन एवं रात्री विश्राम की व्यवस्था मंडीदीप में की गई है। यहां से अगले दिन 31 जुलाई को यात्रा सुबह 7 बजे पुनः आरंभ होगी और बैरागढ़ चिचली के रास्ते भोपाल में प्रवेश करेगी। यहां से गेहूंखेड़ा, नयापुरा, ललितानगर ,शिवमंदिर, सर्वधर्म,बीमाकुंज,महाबली,मंदाकिनी, सर्वधर्म पुल, चूनाभट्टी नहर, चूनाभट्टी, कोलार तिराहा, निराला भवन, एकांत पार्क,हबीबगंज नाका, विटठल मार्केट, रविशंकर मार्केट, उत्कृष्ट विद्यालय, सुभाष चौराहा, 7 नंबर,  बीजेपी आफिस, मुखर्जी चौराहा, मानसरोवर, प्रगती पेट्रोल पंप, अंबेडकर चौराहा, गुप्त चौराहा,राजेंद्र प्रसाद चौराहा, पर्यावास भवन, जेल पहाड़ी, जिला न्यायालय, पीएचक्यू, शास्त्री चौराहा, राजभवन, केएन प्रधान चौराहा, रविंद्र भवन, पॉलीटेक्निक चौराहा, स्वर्णकार चौराहा, रॉयल मार्केट, लालघाटी आदि मार्गों से होती हुई अपरान्ह लगभग 5 बजे गुफा मंदिर पहुंचेगी जहां यात्रा में शामिल सभी कावंडियों द्वारा कांवड़ में लाए गए नर्मदा जल से शिव का अभिषेक किया जाएगा। उन्होने बताया कि इस पूरी यात्रा मे तीन दिनों के दौरान कांवडि़ए 111 किमी पैदल चलकर कांवड़यात्रा पूर्ण करेंगे।

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