नई दिल्ली। मप्र के भड़की किसान आंदोलन की आग पूरे देश में फैल गई है। गुजरात में एक किसान ने भरी सभा में केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी पर चूड़ियां फेंकीं। वो बार बार किसानों की कर्जमाफी की मांग कर रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत मेंं ले लिया लेकिन बाद में स्मृति इरानी ने ही उसे रिहा करा दिया। इस घटना के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि चुनाव गुजरात में आ रहे हैं, इसलिए इस तरह के करतबों की मुझे अपेक्षा है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'पुरुष को भेजा है महिला पर आक्रमण करने के लिए, कांग्रेस की वो स्ट्रेटजी थोड़ी गलत है'।
दरअसल स्मृति ईरानी मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के अवसर पर गुजरात पहुंची थीं। इस वक्त सरकार के मंत्री देश भर में घूमकर सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं। इसी दौरान गुजरात के अमरेली शहर में एक कार्यक्रम को संबोधित करने स्मृति ईरानी भी पहुंची थीं। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम के बीच में एक किसान उठकर कर्ज माफी की मांग करने लगा। अपनी मांग को दोहराते हुए उसने स्मृति ईरानी पर चूडियां भी फेकीं। इस शख्स का नाम केतन कासवाला है। कासवाला को पुलिस ने गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि केतन कासवाला को बाद में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने खुद पुलिस को निर्देश देते हुए रिहा करा दिया। स्मृति ने पुलिस से ये भी कहा कि कासवाला को कार्यक्रम में हिस्सा लेने दिया जाए और अगर वह चूड़ियां फेंक रहा है तो उसे वो भी करने दिया जाए। स्मृति ईरानी ने पुलिसवालों से कहा कि जो चूड़ियां ये मुझपर फेंक रहा है मैं उसे बटोरकर इसकी पत्नी को उपहार के तौर पर भेज दूंगी।
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्यों में किसान कर्ज माफी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली लगने से 5 किसानों की मौत भी हो गई थी, जिसके बाद माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। इस दुखद घटना के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अनशन पर भी बैठे थे। किसानों में कर्जमाफी के लिए बढ़ते रोष को देखते हुए कई राज्यों के मुख्यमंत्री इसपर विशेष रणनीति बना रहे हैं। इसी रणनीति के तहत सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी।