बदमाशों से सिपाही से कहा: तूने पीठ में छुरा घौंपा है और गोली मार दी

ग्वालियर। एमपी के ग्वालियर में 48 साल के सिपाही समीर ढींगरा की दो बदमाशों ने उसके घर से लगभग 100 मीटर दूर गोली मारकर हत्या कर दी। हत्यारों ने समीर से कुछ देर तक बात की और इसके बाद सीने पर गोली मार दी। सिपाही अपने दोस्त को पुकारता हुआ कुछ दूर तक भागा और गिर पड़ा। समीर के दोस्तों ने हत्यारों का पीछा भी किया लेकिन वह सफेद रंग की महेंद्रा मैक्स में बैठकर भाग निकले।

घटना सोमवार की रात 9.50 बजे कंपू थाना क्षेत्र स्थित टोंटा की बजरिया की है। सिपाही की हत्या की जानकारी मिलते ही एसपी डा. आशीष, एएसपी दिनेश कौशल सहित पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया।सिपाही पिछले 5 साल से बीमार था उसकी किडनी खराब हो गई थी।

प्रॉपर्टी डीलिंग का धंधा भी करता था समीर
पुलिस को पता चला है कि समीर प्रॉपर्टी डीलिंग का धंधा भी करता था और इसको लेकर उसकी कुछ लोगों से अदावत भी चल रही थी। टेकनपुर स्थित एक जमीन के सौदे में विवाद की बात भी हालिया तौर पर सामने आई है। सिपाही समीर ढींगरा के पास स्कॉर्पियो थी, वह स्कॉर्पियो को दिन में घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर सड़क किनारे खड़ा कर देता था। रात में वह इसे अपने घर में रखता था। रात लगभग 9.30 बजे वह घर से दवा खाकर स्कॉर्पियो उठाने के लिए निकला था। जहां पर वह गाड़ी खड़ी करता था वहां पर दो युवक अंधेरे में पहले से खड़े हुए थे, समीर ने जैसे ही कार का दरवाजा खोला यह युवक सामने आ गए, इन्होंने कुछ बात की इसके बाद एक युवक ने उसके सीने पर गोली मार दी और भाग निकले।

पुलिस को प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ दूर तक बदमाश पैदल भागे, इसके बाद संपूर्णानंद स्कूल के नजदीक खड़ी महेंद्रा मैक्स में बैठकर भाग निकले। टोंटा की बजरिया में रहने वाला सिपाही समीर ढींगरा अपने घर का इकलौता सहारा था। उसने शादी नहीं की थी लेकिन मां गंगा देवी और बहन नीता की जिम्मेदारी उसके ऊपर थी। उसने अपनी भांजी को पढ़ाई के लिए फ्रांस भेजा था। लगभग 5 साल पहले समीर की किडनी में इन्फेक्शन हुआ था, तमाम इलाज के बाद भी किडनी खराब हो गईं थीं। रविवार को समीर अपने दोस्त गौरव के साथ आगरा में इलाज के लिए भी गया था यहां पर डॉक्टर ने बताया कि उसकी स्थिति ठीक नहीं है, वह किडनी ट्रांसप्लांट करा ले अन्यथा नियमित डायलिसिस की जरूरत पड़ेगी।

मां जिंदा रहे इसलिए उनकी किडनी नहीं ली
यह बात मां गंगादेवी को पता चल गई थी, वह रविवार से वह समीर से कह रहीं थी कि वह उनकी किडनी ले ले। गंगादेवी कहती हैं कि समीर कहता था कि उनकी हालत भी ठीक नहीं है, वह जिंदा रहें इसलिए वह उनकी किडनी नहीं लेगा। सोमवार की शाम को जब समीर घर से निकला, मां गंगादेवी ने कहा था कि उसका परहेजी खाना तैयार कर दिया है, इसके बाद वह खाने पर समीर का इंतजार कर रही थीं, तभी उसे गोली लगने की खबर घर पहुंच गई।

तूने पीठ में छुरा घौंपा है और गोली मार दी
घटनास्थल पर पहुंचे डॉ. आशीष और अन्य अफसरों ने सिपाही के शव के आसपास से सुबूत जुटाने के साथ-साथ उन 10 मिनट के बारे में जानकारी जुटाई जो हत्या के आसपास थे। अलग-अलग लोगों ने बातचीत में पता चला कि समीर हत्यारों को जानता था, इनके बीच कुछ देर तक बाद हुई। इसमें एक युवक ने समीर ने कहा कि तूने पीठ में छुरा घौंपा है और इसके बाद गोली मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बदमाशों के हाथ में माउजर थी।

गोली लगने के बाद उसने दोस्त संजू श्रीवास्तव को पुकारा
संजू कहते हैं कि वह घटनास्थल के नजदीक मंदिर पर ही कुछ लोगों के साथ बैठे थे, गोली चलने की आवाज और समीर की पुकार सुनने के बाद वह दौड़े तो समीर पड़ा था और दो युवक भागते हुए दिखाई दिए और महेंद्रा मैक्स में बैठकर भाग निकले। एसपी डॉ. आशीष के मुताबिक समीर की मां गंगादेवी ने कुछ समय पहले शिकायत की थी कुछ लोग उनका पैसा नहीं दे रहे हैं। इन लोगों को भी टटोला जा रहा है इसके अलावा उस वाहन को भी तलाश करवा रहे हैं जिसमें बैठकर बदमाश भागे हैं।

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