नई दिल्ली। महाराष्ट्र, मप्र, पंजाब एवं कर्नाटक के बाद अब राजस्थान में भी किसान सड़कों पर उतरने लगे हैं। यहां किसानों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सोमवार को बूंदी में सड़कों पर उतरे जिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आजाद पार्क में सभा कर और जिला कलेक्ट्रेट पर उग्र प्रदर्शन कर विरोध जताया। इस दौरान जिलेभर से आकर आजाद पार्क में आयोजित सभा में एकत्रित हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने किसानों को राहत पहुंचाने के मामले में केन्द्र और राज्य सरकार के पूर्ण रूप से विफल हो जाने के आरोप लगाए। साथ ही भाजपा शासित केन्द्र और राज्यों की सरकार को किसान विरोधी बताया।
इसके बाद जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस द्वारा सभी को अन्दर नहीं जाने दिए जाने पर कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताते हुए पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की, जिसके बाद पीसीसी सचिव समृद्ध शर्मा के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट के अंदर जाने में कामयाब हुए।
दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य देने, कर्ज माफ करने और पर्याप्त मात्रा में थ्री फेस बिजली दिए जाने की मांग की। साथ ही सरकार द्वारा उनकी उक्त मांगों को नहीं माने जाने की स्थति में उग्र आंदोलन छेड़ दिए जाने की चेतावनी भी दी।
इस प्रकार जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित किय गए विरोध प्रदर्शन आंदोलन में जिलाध्यक्ष सीएल प्रेमी, पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा, पूर्व सभापति सदाकल अली सहित हजारों महिला पुरुष कार्यकर्ता भी मौजूद थे।