
सलमान ने कहा, "ट्यूबलाइट में हमने इसका (इंडिया-चीन वार 1962) बैकड्रॉप के तौर पर इस्तेमाल किया है। हम उसके अंदर नहीं गए हैं। हमने सिर्फ इस बात को टच किया है कि जल्द ही ये जंग खत्म हो जाए ताकि हमारे जवान, हमारे पास वापस आ जाएं और उनके जवान, उनकी फैमिली के पास जल्दी से पहुंच जाएं। जब भी जंग होती है तो दोनों तरफ के लोग मरते हैं। परिवार ऐसे रह जाते हैं। बेटे अपने पिता के बिना हो जाते हैं। उन्हें (बेटों) अपनी पूरी जिंदगी उनके (पिता) बगैर ही गुजारनी पड़ती है।
बजरंगी भाईजान में भी दिया था मैसेज
बता दें कि मूवी बजरंगी भाईजान में भी सलमान खान ने अपने कैरेक्टर के जरिए शांति का मैसेज दिया था। इस फिल्म में वो एक ऐसे किरदार को निभाते नजर आए,जो एक पाकिस्तान की बच्ची को छोड़ने के लिए बॉर्डर पार कर PAK जाता है।
वार को कोई सपोर्ट नहीं करता- सोहैल
ट्यूबलाइट को कबीर खान ने डायरेक्ट किया है। ये फिल्म मैक्सिकन-अमेरिकन वार ड्रामा "लिटिल ब्वॉय' का एडॉप्शन है। सलमान के भाई सोहैल ने इस मूवी में एक ऐसे जवान का किरदार निभा रहे हैं, जो खो गया है। सोहैल ने कहा, "आप किसी भी आदमी से पूछकर देखो, कोई ये नहीं कहेगा कि वार अच्छी चीज है। वो कहेंगे कि ये खराब चीज है। विवादों को मेज पर बैठकर खत्म करना चाहिए। कोई वार को सपोर्ट नहीं करता, लेकिन ये होती हैंं।"