राजधानी एक्सप्रेस में भूखे यात्रियों ने खाना लूटा | IRCTC NEWS

धृतिमान/रांची। राजधानी एक्सप्रेस में यूं तो हाईप्रोफाइल लोग ही सफर करते हैं परंतु भूख कुछ भी करवा सकती है। यही हाल दिल्ली से रांची जा रही राजधानी एक्सप्रेस में हुआ। 16 घंटे के सफर में यात्रियों को लंबे समय तक खाना नहीं मिला तो उन्होंने पेंट्रीकार लूट ली। उसमें जो भी खाने को मिला यात्री लूटकर ले गए। दरअसल, राजधानी एक्सप्रेस में यात्रियों को खाना भी दिया जाता है। इसका पैसा रेल किराए में जुड़ा रहता है लेकिन इस बार उन्हें समय पर खाना सर्व नहीं किया गया। कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाला केटरिंग स्टाफ बिना किसी सूचना के ट्रेन से उतर गया था। 

खाना सर्व नहीं किए जाने को लेकर गुस्साए कुछ पैसेंजरों ने रात 9:30 बजे ट्रेन के कानपुर पहुंचते ही पैंट्री लूटनी शुरू कर दी। ट्रेन 5 घंटों से ज्यादा समय में दिल्ली से कानपुर तक पहुंची थी, तब तक यात्रियों को कुछ सर्व नहीं किया गया था। इतने घंटों तक कुछ न परोसे जाने की वजह से कुछ यात्रियों ने पैंट्री कार पर धावा बोला तो कुछ ने कानपुर स्टेशन से खाने की चीजें खरीदकर खाईं।

अपने पोते के साथ सफर कर रहीं 65 वर्षीय नुसरा खातून ने बताया कि बार-बार गुजारिश करने के बाद भी पानी की बोतलें देने के लिए कोई कोच अटेंडेंट वहां नहीं पहुंचा। ट्रेन बुधवार को दिल्ली से रवाना हुी थी। गुरुवार को जब ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन पहुंची तो यात्रियों ने दक्षिण पूर्वी रेलवे (SER) के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने पूरी कहानी बयान की, जो हालात का ब्यौरा लेने वहां पहुंचे थे। 

रांची स्टेशन पर सीनियर डिविजनल कमर्शल मैनेजर नीरज कुमार ने बताया, 'राजधानी एक्सप्रेस में केटरिंग सर्विस का काम उत्तर रेलवे के तहत आता है। हमें इस बारे में रात में जानकारी मिली थी। ऐसा होना अप्रत्याशित था, यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो।'

राजधानी और शताब्दी जैसी प्रीमियर ट्रेनों के हर कोच में दो-दो अटेंडेंट होते हैं, लेकिन रांची राजधानी में सिर्फ 17 अटेंडेंट थे, जबकि इसमें 17 कोच हैं। इस घटना से घबराए रेलवे अधिकारी केटरिंग कंपनी के बहू बाजार के किचन में पहुंचे और खाने की तैयारियों की निगरानी की।
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