
यह है पूरा मामला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार निगम के कर्मचारी जब पहुंचे उस समय शोरूम मालिक प्रकाश अग्रवाल मौजूद नहीं थे। कर्मचारियों ने दुकान के भीतर घुसते ही वहां पॉलिथीन में रखे सूट्स उठाना शुरू कर दिए। इस पर वहां मौजूद कर्मचारी ने आपत्ति जताई। उसने कहा कि अभी दुकान के मालिक नहीं हैं, आप बाद में कार्रवाई कीजिए। लेकिन निगम कर्मचारियों ने एक नहीं सुनी। इस पर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। निगम के कर्मचारियों ने अधिकारियों के सामने शोरूम में लूटपाट की।
वीडियो में निगम के अपर आयुक्त एमपी सिंह यह कहते हुए दिख रहे हैं कि हमारी मर्जी हम जो चाहें वो जब्त करें। इसके बाद कर्मचारी ने निगम अमले से सूट छीनने की कोशिश की। इस पर निगमकर्मियों ने उसे जमकर पीटा और गाड़ी में बैठा कर ले गए। देर रात तक कर्मचारी के बारे में पता नहीं लगा। शोरूम मालिक प्रकाश अरोरा से भी काफी प्रयासों के बावजूद कोई संपर्क नहीं हो सका।
विवाद बढ़ते ही रवाना हो गईं कमिश्नर
जैसे ही विवाद शुरू हुआ छवि भारद्वाज कार में बैठकर रवाना हो गईं। अपर आयुक्त एमपी सिंह और निगम के अन्य अफसरों ने कहा कि कर्मचारी ने गाली गलौच की, उसके बाद विवाद शुरू हुआ।