नए घर में पहली रात ड्रायवर के साथ बिता रही थी, पति ने रंगेहाथों पकड़ा

आदित्यपुर/ जमशेदपुर। भवन निर्माण विभाग के एकाउंट अफसर रत्नेश कुमार ने सुबह नए घर में प्रवेश किया। घर में गृहप्रवेश की पार्टी थी। रात को जब सब थककर आराम कर रहे थे तब अफसर की पत्नी ड्रायवर के साथ थी। रत्नेश ने दोनों को रंगे हाथों आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया और फिर सब्जी काटने वाले चाकू से ड्रायवर का मर्डर कर दिया। 

दरअसल, जमशेदपुर के भवन निर्माण विभाग के एकाउंट अफसर रत्नेश कुमार ने 10 मई को आदित्यपुर की भाटिया बस्ती स्थित ऋषि अपार्टमेंट के तीसरे फ्लोर पर किराए के फ्लैट में गृहप्रवेश किया। घर में उल्लास का माहौल था। ससुर वेदप्रकाश राय बिहार के हाजीपुर जिले में बाग दुल्हन पासवान चौक के रहने वाले हैं। वे भी गृह प्रवेश समारोह में शामिल होने आए थे। उनके साथ ही हाजीपुर निवासी ड्राइवर राकेश कुमार गाड़ी चलाकर लाया था। दिन में प्रोग्राम खत्म होने पर रात में सब लोग सोने चले गए। इसी बीच करीब 11.30 बजे राकेश को रत्नेश ने पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। इससे वह आपे से बाहर हो गए और घर में सब्जी काटने के चाकू को उठाकर राकेश के सीने में घुसा दिया।

रत्नेश के ससुर वेदप्रकाश राय घायल ड्राइवर को बिष्टुपुर स्थित कांतिलाल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने आदित्यपुर पुलिस को सूचना दी। पुलिस अस्पताल पहुंची और रत्नेश से पूछताछ की तो पहले वे चालक की मौत को दुर्घटना बताते रहे, लेकिन चिकित्सकों ने चाकू से वार करने की जानकारी दी तो पुलिस ने रत्नेश को हिरासत में ले लिया और कड़ाई से पूछताछ हुई तो उन्होंने सारी बातें कबूल कर लीं।

आदित्यपुर पुलिस शनिवार की सुबह 6.30 बजे घटनास्थल पर पहुंची। वहां रत्नेश के घर की तलाशी ली गई, जहां चाकू समेत खून से सने कुछ कपड़े मिले। दोपहर दो बजे केस की गुत्थी सुलझाने के बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए शव एमजीएम भेज दिया।

गृह प्रवेश में शामिल होने आए थे सास-ससुर
रत्नेश के ससुर वेदप्रकाश राय पटना विधान पर्षद के रिटायर्ड सहायक सचिव हैं। वे हाजीपुर से अपनी पत्नी को लेकर गृह प्रवेश समारोह में शामिल होने आए थे। हाजीपुर का ही रहनेवाला कार ड्राइवर राकेश साथ आया था। 10 मई को गृह प्रवेश के बाद सास-ससुर और ड्राइवर कुछ दिन रुकने वाले थे। हालांकि, चालक की मौत के बाद रत्नेश के ससुर और सास उनकी पत्नी को लेकर हाजीपुर चले गए।

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