भोपाल। वो आए दिन लड़कियों से छेड़छाड़ किया करता था। कई बार पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने बुलाकर समझाया, मारा पीटा लेकिन वो नहीं माना। फिर 2 बार एफआईआर दर्ज कराई। जेल भेजा गया फिर भी नहीं सुधरा। अंतत: युवती के पिता और भाई ने मिलकर पहले उसका अपहरण किया फिर बेरहमी से पीटा। हाथ पैर बांधकर तब तक पीटते रहे जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई। फिर चैहरा कुचला और बोरे में भरकर लाश को एक्टिवा पर रखा एवं बीच बाजार से होते हुए अयोध्या नगर में बंद पड़ी खदान में फेंक दिया।
अयोध्या नगर में रहने वाला राहुल कोरी औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्टरी में नौकरी करता था। शनिवार को वह घर से फैक्टरी जाने का कहकर निकला, लेकिन वापस घर नहीं आने पर परिजनों ने उसकी तलाश की। कई घंटे ढूंढने के बाद परिजनों ने अशोका गार्डन थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर अशोका गार्डन में ही रहने वाले चंद्रभान पर शक जाहिर किया। पुलिस ने चंद्रभान से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपने बेटे दीपक के साथ मिलकर हत्या की सनसनीखेज वारदात करना कबूली।
आरोपी बाप-बेटे की निशानदेही पर अशोका गार्डन पुलिस ने अयोध्या नगर स्थित शंकर खदान से बोरे में बंद राहुल का शव बरामद किया। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने बहला फुसलाकर राहुल को किडनैप कर घर में रखा और उसके हाथ-पैर बांध दिए। आरोपियों ने मिलकर डंडे से राहुल को पीट-पीटकर मार डाला। पहचान छिपाने के लिए आरोपियों ने राहुल के सिर को पत्थर से भी कुचला। आरोपियों ने दिनदहाड़े राहुल की लाश को बोरे में बंद कर एक्टिवा पर रखकर शहर के भीड़भाड़ इलाके से होते हुए अयोध्या नगर की खदान में ठिकाने लगाया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी चंद्रभान ने बताया कि राहुल उनकी बेटी के साथ आए दिन छेड़छाड़ करता था। उसके खिलाफ अशोका गार्डन थाने में छेड़छाड़ की दो एफआईआर भी दर्ज है। मृतक राहुल दो बार जेल भी जा चुका है। कुछ दिनों पहले ही छेड़छाड़ के मामले में राहुल जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।