सिंधिया का इतिहास कुरेद कर फंस गए CM शिवराज सिंह

भोपाल। अटेर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लोगों में सिंधिया के प्रति दहशत पैदा करके वोट जुटाने की कोशिश की लेकिन वो अपने ही बयान में फंस गए। ​कांग्रेस ने एक के बदले 3 हमले किए। भाजपा के पास उसका कोई जवाब नहीं है। कांग्रेस हमलावर हो रही है। वो इसे मुद्दा बना रही है। कांग्रेस का कहना है कि यदि सिंधिया परिवार इतना ही निंदनीय है तो फिर राजमाता सिंधिया को अपनी पार्टी का संस्थापक क्यों बनाया। क्यों पार्टी के कार्यकर्ता उनकी पूजा करते हैं। क्यों वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की मुख्यमंत्री हैं और क्यों यशोधरा राजे सिंधिया को शिवराज सिंह ने अपनी कैबिनेट में मंत्री बना रखा है। बता दें कि अटेर से भाजपा ने 2013 में हारे हुए प्रत्याशी अरविंद भदौरिया को फिर से मैदान में उतारा है। 

क्या कहा था सीएम ने 
अटेर उपचुनाव में कल श्योढ़ा में एक जनसभा में सीएम ने कहा था कि 1857 की क्रांति में अटेर इलाका महारानी लक्ष्मीबाई के साथ खड़ा था। अंग्रेजों का साथ इस इलाके ने कभी नहीं दिया पर अंग्रेजों के साथ मिलकर सिंधिया ने यहां के लोगों पर बड़े जुल्म ढाए पर यहां के लोगों ने बहादुरी के साथ उनके जुल्मों का मुकाबला किया।

क्या रही कांग्रेस की प्रतिक्रिया 
कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए कहा है कि सीएम को यह बताना चाहिए कि जनसंघ और भाजपा की संस्थापक राजमाता विजय राजे सिंधिया, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया और उनकी कैबिनेट में सहयोगी मंत्री यशोधरा राजे को लेकर उनका क्या अभिमत है। कांग्रेस के नेताओं ने इसे राजमाता के अपमान से जोड़ कर भाजपा को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है।

राजमाता हमारी सम्मानित नेता हैं: नंदकुमार सिंह चौहान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि सीएम ने जो कहा था, वह आजादी के समय के इतिहास से जुड़ी बात थी। राजमाता हमारी सम्मानित नेता हैं। सिंधिया परिवार के सदस्य भी भाजपा में सेवाभाव से काम कर रहे हैं।
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