
सहकारी समितियों में बड़ी मात्रा में बिकने पहुंच रहे गेहूं की कीमत सीधे बैंकों में आरटीजीएस के माध्यम से पहुंचाई जा रही है। अभी तक खरीदी केन्द्रों में 48 लाख एमटी गेहूं का उपार्जन हो चुका है। जिलों से खबरें आ रही हैं कि किसानों को बैंकों के घंटों चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, उन्हें नकदी नहीं मिल रही है। वैवाहिक सीजन के चलने से उनके तमाम काम प्रभावित हो रहे हैं।
7 हजार करोड़ की खरीद, बैंक में 3 हजार करोड़
जानकारी के अनुसार प्रदेश को चार हजार करोड़ रुपए नकदी की जरूरत है। बताया गया कि सात हजार करोड़ का गेहूं उपार्जित हो चुका है परन्तु अभीतक तीन हजार करोड़ ही बैंकों में उपलब्ध कराये गये हैं। किसानों को भुगतान के लिए चार हजार करोड़ की बेहद जरूरत है।
एक-दो दिन में मिलेंगे 600 करोड़
आरबीआई ने एक-दो दिन में 600 करोड़ नकदी देने की बात कही है। आने वाले सप्ताह में और 2000 करोड़ मिलने की उम्मीद है। फिलहाल प्रदेशभर में स्थिति नियंत्रण में है।
प्रदीप नीखरा, महाप्रबंधक एपेक्स बैंक
-----------------
जिले में गेहूं उपार्जन और परिवहन का काम ठीक है पर किसानों को बैंको से नकदी नहीं मिलने की दिक्कत है। शासन को पत्र लिखा है। जिले को 40 फीसदी राशि की जरूरत है। आरबीआई से भी कहा है कि नकदी उपलब्ध कराए।
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर राजगढ़
-----------------
बैंकों में नकदी नहीं मिल रही है। आरबीआई, संस्थागत वित्त और राज्य शाासन को चिट्ठी लिखी है। दबाव बनाने पर 25 करोड़ मिलें हैं तथा रोज इतने मिलने का आश्वासन मिला है। 125 करोड़ का गेहूं खरीदा जा चुका है।
ओपी श्रीवास्तव, कलेक्टर शिवपुरी
सीएम ने बैंकर्स पर बनाया दबाव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले सोमवार को मंत्रालय में बैंकर्स की बैठक बुलाई थी। उन्होंने नकदी की समस्या दूर करने कहा है। सीएम ने आरबीआईऔर वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर तत्काल राशि पहुंचाने की मांग की है।