
घटना राजधानी से 450 किलोमीटर दूर भेज्जी पुलिस थाने के अंतर्गत कोट्टाचेरू गांव के निकट घने जंगल में सुबह सवा नौ बजे की है। उस समय सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन के 112 जवान सड़क खोलने के कार्य में लगे हुए थे। गृह मंत्री शनिवार को रायपुर गए थे जहां उन्होंने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों पर किए गए हमले को 'कायराना हरकत' करार देते हुए कहा था कि इनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। गृह मंत्री ने कहा था कि शहीद जवानों के परिजनों को दी जाने वाली कुल अनुग्रह राशि एक करोड़ रुपये से कम नहीं होगी।