जिंदा नहीं मिला आतंकी, अंदर 2 लाशें पड़ीं हैं

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के हाजी ठाकुरगंज इलाके में संदिग्‍ध आतंकी से एटीएस की मुठभेड़ खत्म हो गई है। एडीजी ने आतंकी सैफुल के मारे जाने की पुष्टि कर दी है। गैंस कटर से काटे गए दीवार से कैमरे के सहारे से देखने पर एक संदिग्ध आतंकी का शव दिख रहा है जबकि एक शायद घायल है। पुलिस ने काफी कोशिश की थी कि आतंकी को जिंदा पकड़ लिया जाए। इस कारण पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग भी नहीं की गई थी। 

ताजा जानकारी के अनुसार अब घर के कमरे से फारयरिंग रुक गई है। मिर्ची बम छोड़े जाने के बाद से आतंकी की गतिविधियां शांत हो गई। दीवार काट कर बनाए गए छेद से कैमरे के सहारे देखने पर कमरे में दो बॉ़डी दिख रही है। एडीजी ने आतंकी सैफुल के मारे जाने की पुष्टि भी कर दी है। वहीं पूरे प्रकरण को देखते हुए मौके पर एंबुलेंस भी बुला ली गई है। बताया जा रहा है कि आतंकी इस मकान में किराए पर रहता है। फिलहाल स्थानीय चौकी इंचार्ज को किराएदार के सत्यापन करने में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। 

पुलिस चाहती थी कर दे सरेंडर: दलजीत चौधरी 
इस संबंध में एक निजी न्‍यूज चैनल को जानकारी देते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि सैफुल नाम के इस संदिग्‍ध आतंकी को सरेंडर करने के लिए कहा गया था। इसके लिए उसके परिवार के सदस्‍यों से भी फोन कराया गया था। परिवार वाले भी सैफुल को सरेंडर करने के लिए समझा रहे थे। 

घर के भीतर घुसने की हो रही तैयारी 
फिलहाल पुलिस और एटीएस के प्रशिक्षित कमांडोज़ घर के भीतर घुसने की कोशिश कर रहे है। इस दौरान एटीएस के आईजी असीम अरुण भी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस ने आस-पास के इलाके के लोगों को अपने घरों से बाहर ना निकलने के निर्देश दिये हैं।

ऑटोमेटिक हथियारों से लैस थे संदिग्‍ध आतंकी 
पुलिस सूत्रों के अनुसार संदिग्‍ध आतंकियों के पास उन्‍नत हथियार थे। संदिग्‍ध आतंकियों के बारे में सूचना मिली थी कि इसमें से एक नाम सैफुल्‍ला है और इसका संबंध आईएसआईएस से हो सकता है। वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया है कि यूपी के कानपुर से भी एक संदिग्‍ध आतंकी को उठाया गया है। इसके बाद ही यहां कार्रवाई शुरू हुई है। 

भोपाल-उज्‍जैन पैसेंजर धमाके के बाद हो रही कार्रवाई 
बता दें कि मंगलवार को मध्‍य प्रदेश के जबड़ी स्‍टेशन के पास भोपाल-उज्‍जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए धमाके के बाद शाम होते होते एमपी के एडीजी ने भी इसे आतंकी हमला माना लिया है। इस हमले में आठ लोग घायल हुए है। ट्रेन में ब्‍लास्‍ट के बाद मिली खुफिया इनपुट्स के आधार पर ही यूपी के लखनऊ और कानपुर में संदिग्‍धों की धर-पकड़ शुरू हुई है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने संकेत दिये हैं कि इस कार्रवाई के इनपुट्स आउट ऑफ स्‍टेट से मिले हैं। इसी संबंध में कानपुर से भी एक संदिग्‍ध को उठाया गया है। 

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