नई दिल्ली। कैबिनेट ने एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों के मर्जर की इजाजत दे दी है। जिनको इजाजत दी गई है उन बैंकों के नाम हैं स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मौसूर, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ ट्रेवनकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला। इस मर्जर के साथ ही स्टेट बैंक 44.5 लाख करोड़ की बैंकिंग व्यवस्था हो जाएगी।
पिछले सप्ताह एसबीआई प्रमुख अरुणधंती भट्टाचार्या ने कहा था कि हम इसके लिए तैयार हैं। जैसे ही सरकार इसकी औपचारिक घोषणा करेगी, हम अपना काम शुरू कर देंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण थोड़ी देरी हो सकती है, लेकिन वो कोई बड़ी समस्या नहीं है।
ये समस्याएं होंगी खत्म
एसबीआई के प्रबंध निदेशक एवं समूह कार्यकारी वीजी कन्नन एक निजी टेलीविजन चैनल से कहा कि सरकार ने उनके बैंक के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है और मार्च 2017 तक विलय की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी। कन्नन ने कहा कि विलय से डुप्लिकेसी के साथ ही जमा लागत भी कम होगी और एक ही स्थान पर कई बैंकों की शाखाएं होने की समस्या से भी निटपने में मदद मिलेगी।