जमाना तेजी से बदल रहा है। अब कैमरा छुपाकर स्टिंग आॅपरेशन शूट करके फिर उसे अपलोड करने वाली बात पुरानी हो गई है। एक युवक ने ट्रेफिक पुलिस की करतूत फेसबुक पर लाइव चलाई। अब सारे देश में लोग ट्रेफिक पुलिस की मनमानी के खिलाफ इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।
अमूमन देश और दुनिया के लोग फेसबुक का इस्तेमाल अपने एंटरटेनमेंट के लिए करते हैं, लेकिन असम में पार्थ पी. बोरुआ ने फेसबुक लाइव का अनोखे अंदाज में इस्तेमाल कर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। पार्थ ने बताया कि वह किसी काम से अपनी बाइक पर जा रहा था, तभी रास्ते में खड़े कुछ पुलिसकर्मियों ने उसकी बाइक को रोककर उससे डॉक्युमेंट्स मांगे।
पार्थ के वायरल हो रहे एफबी लाइव वीडियो में वह बोल रहा है कि उसने डॉक्युमेंट्स इसलिए देने से मना किया, क्योंकि मौके पर कोई सीनियर ऑफिसर या सब इंस्पेक्टर मौजूद नहीं था। इसी बात को लेकर पुलिसवालों ने पार्थ की बाइक की चाबी निकाल ली। वीडियो में पार्थ पुलिस वालों से कानूनी जानकारी देने को कह रहा है और दावा कर रहा है कि उन्हें डॉक्युमेंट्स मांगने का कोई अधिकार नहीं है।
फेसबुक पर लाइव चल रहे वीडियो में पार्थ पुलिस अफसरों से हो रही अपनी बहस भी दिखा रहा है। पार्थ पुलिसकर्मियों से कह रहा है कि अगर उनको कागजात देखे जाने का अधिकार है तो वह उसे ऑर्डर की लिखित कॉपी दिखाए या फिर इस बात को ऑन कैमरा कहें। पार्थ के ऐसा बोलने के बाद मौके पर मौजूद पुलिसवाले बगलें झांकते हुए नजर आए।
इस बीच पार्थ की पुलिसकर्मियों के साथ कहासुनी भी हुई। बताते चलें कि पार्थ द्वारा फेसबुक लाइव को अभी तक 7 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। वहीं हजारों लोग इस वीडियो को शेयर कर चुके हैं। मामले के सामने आते ही पार्थ को आईपीसी की धारा 294 और 353 के तहत गिरफ्तार कर 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पार्थ पर पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी करने और पब्लिक सर्वेंट को उसकी ड्यूटी करने से रोकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
हमारे यूट्यूब चैनल रेडसर्कल पर वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें
या नीचे दी गई लिंक पर कॉपी करके यूआरएल बार में खोले
https://youtu.be/as2xFKCvho8
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