नई दिल्ली। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के कर्मचारी निजीकरण के सरकार के प्रयासों का विरोध करते हुए 21 फरवरी को देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन करेंगे। सीपीडब्ल्यूडी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक प्रेमचंद ने आज यहां बताया कि सरकार सीपीडब्ल्यूडी को निगम बनाने का प्रयास कर रही है और इसका निजीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह विरोध-प्रदर्शन सरकार के लिए चेतावनी है तथा अगर सरकारी नीतियों में बदलाव नहीं किया गया तो प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।
कर्मचारी संगठनों ने सरकार के इन प्रयासों का विरोध करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि 21 फरवरी को कर्मचारियों के सभी संगठन केंद्रीय विकास मंत्रालय के कार्यालय निर्माण भवन के सामने मुख्य विरोध-प्रदर्शन होगा। इसमें दिल्ली और आसपास के राज्यों के हजारों कर्मचारी हिस्सा लेंगे।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा सभी राज्यों की राजधानियों में भी सीपीडब्ल्यूडी के कार्यालयों पर भी विरोध प्रदर्शन होगा। विरोध प्रदर्शन में सीपीडब्ल्यूडी-वर्कर्स यूनियन, ऑल इंडिया सीपीडब्ल्यूडी कर्मचारी यूनियन, सीपीडब्ल्यूडीवर्कर्स ऑर्गेनाइजेशन, ऑल इंडिया सीपीडब्ल्यूडी कर्मचारी संगठन और ऑल इंडिया सीपीडब्ल्यूडी वेलफेयर सोसाइटी ने शामिल होने की सहमति दी है।