पहले कारोबारी ने किया यौन शोषण फिर कांग्रेस नेता को सौंप दिया

पटना। ऑटोमोबाइल्स कारोबारी निखिल प्रियदर्शी और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय की मिलीभगत से चल रहे हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट गिरोह का खुलासा करने वाली पीड़िता ने दावा किया कि निखिल ने वीडियो दिखाकर कई बार उसका यौन शोषण किया। इसके बाद एक दिन उसे ब्रजेश पांडेय के पास ले गया और पांडेय ने भी उसके यौन शोषण की कोशिश की लेकिन वो चतुराई से बच निकली। पीड़िता ने बताया कि उस समय मुझे नहीं मालूम था कि ब्रजेश पांडे कांग्रेस का बिहार राज्य का उपाध्यक्ष है। पीड़िता पूर्वमंत्री की बेटी है। 

इस खुलासे के बाद बिहार कांग्रेस उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। पूर्व मंत्री की बेटी ने कहा कि एक साल पहले निखिल ने शादी का झांसा देकर मेरा साथ दुष्कर्म किया। वीडियो बना डाला। उसी वीडियो को दिखा वह मेरा यौन शोषण करता रहा। एक बार मुझे बोरिग रोड स्थित घर पर लेकर गया, जहां कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडेय मौजूद थे। उन्होंने वीडियो दिखा मेरे साथ दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन मैं बच निकली। 

पीड़िता ने ऑटोमोबाइल्स कारोबारी निखिल प्रियदर्शी और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय की मिलीभगत से चल रहे हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट गिरोह के संचालन का आरोप लगाया था। आरोप के बाद मंगलवार देर शाम ब्रजेश पांडेय ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। ब्रजेश पांडेय अभी भूमिगत हैं। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अशोक चौधरी को इस्तीफा भेज दिया। 

ब्रजेश ने भी की जान से मारने की कोशिश
पीड़िता की मानें तो जब उसने केस करने की धमकी दी तो निखिल ने उसे अपने घर बुलाया। वहां निखिल के पिता और रिटायर्ड आइएएस अधिकारी कृष्ण बिहारी प्रसाद सिन्हा, छोटा भाई मनीष प्रियदर्शी और उसका दोस्त संजीत कुमार शर्मा मौजूद थे। सभी ने उसकी बुरी तरह पिटाई की। इसके बाद एक फिर बहला-फुसलाकर उसे बोरिग रोड वाले घर में ले जाया गया, जहां ब्रजेश पांडेय मौजूद थे। उन्होंने जान से मारने की कोशिश भी की थी। उसका कहना है कि ब्रजेश पांडेय अक्सर निखिल के घर पर गांजा भी पीते थे। 

मिलती रही जान से मारने की धमकी
पीड़िता के मुताबिक एससी-एसटी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद निखिल और उसके दोस्तों के तरफ से लगातार धमकी भरे वाट्सएप मैसेज और आइएमओ मैसेज मिलते रहे। उसने कहा कि निखिल के जीजा राजीव रंजन सिन्हा केंद्रीय जांच एजेंसी में एसपी हैं। कई आइएएस और आइपीएस अधिकारियों से पारिवारिक संबंध है। वह हमेशा कहता था कि उसका कुछ नहीं होगा, चाहे जितना केस कर लो। मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता।

भाग रहा है निखिल, जाने दो
पीड़िता का कहना है कि कांड दर्ज होने के बाद निखिल की तलाश में एससी-एसटी थाना पुलिस ने छापेमारी की थी, लेकिन वह गिरफ्त में नहीं आ सका। जब थाना पुलिस को जानकारी मिली कि निखिल एयरपोर्ट पर है और शहर छोड़कर भाग रहा है तो पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए। निखिल की गिरफ्तारी के लिए एक पुलिसकर्मी ने महकमे के आला अधिकारी को कॉल करके आदेश मांगा, पर जवाब मिला - जाने दो। इससे साफ है कि बिहार पुलिस अभियुक्तों को बचाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि एक वरिष्ठ अधिकारी का बेटा भी निखिल का अजीज मित्र है। 

अधिकारियों और नेताओं को सप्लाई करते हैं लड़कियां
पीड़िता ने दो बड़े होटलों के नाम बताए, जहां वह निखिल के साथ गई थीं। दोनों बार ब्रजेश और संजीत भी वहां मौजूद थे। उनकी बातचीत सुनने से साफ जाहिर हुआ कि वह अधिकारियों और नेताओं के लिए बड़ी-बड़ी पार्टी का आयोजन करते थे, जहां उन्हें मौज-मस्ती के लिए लड़कियां भी मुहैया कराई जाती थी। इस तरह की पार्टियां कर वे बड़े लोगों से संपर्क बढ़ाते हैं। हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का संचालन निखिल के दोनों वाहनों के शोरूम की आड़ में होता था। शोरूम में उसके पिता और भाई भी रहते थे। उन्होंने उसे भी जिस्मफरोशी के दलदल में ढकेलने की कोशिश की, पर नाकामयाब रहे।

मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से न्याय की गुहार लगाई है। उसने कहा कि वह पांच दिन पहले मुख्यमंत्री से मिलने गई थी। मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, हालांकि पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोई पहल नहीं की।

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