
जिला अदालत में एक ऐसा मामला आया जिसे सुनकर लोग हैरान रह गए। अधिवक्ता कृष्ण कुमार कुन्हारे और काशू महंत ने बताया कि अन्नपूर्णा निवासी शीला होलकर ने अपनी बहू के खिलाफ घरेलू हिंसा संरक्षण अधिनियम के तहत याचिका लगाई थी। कुन्हारे के मुताबिक़ शीला के बेटे सचिन की शादी नवंबर 2010 में मरीमाता निवासी प्रभाकर की बेटी से हुई थी। शादी के बाद वह लगातार पति को ताने मारती थी, कई बार मारपीट भी करती थी।
उनके द्वारा बीच बचाव करने पर बहू उनके साथ भी मारपीट करती थी। इस कारण बेटा सचिन बेहद तनाव में रहता था। सितंबर 2016 वह गश खाकर बाथरूम में गिर पड़ा जिससे उसे लकवा हो गया। शीला के अनुसार बेटे को लकवा होने के बाद बहू का व्यवहार और भी बिगड़ गया। लकवा होने ने 5 दिन बाद ही वह दोनों बच्चे और ज्वैलरी लेकर घर से चली गई।
सचिन को लकवा होने के बाद वह अक्सर उनसे कहती थी कि अब ये किसी काम का नहीं है मेरे लिए दूसरा पति लाकर दो। उन्होंने महिला थाने में इसकी शिकायत भी की थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।