
शहीद गुरुशरण छाबड़ा की शहादत के बाद उनके मिशन की कमान सम्हालने वाली बहन पूजा छाबड़ा के अनशन के बाद सरकार ने शराबबन्दी के लिए सकारात्मक कदम उठाने का वादा किया था परंतु अब जब सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रयास और बहन पूजा छाबड़ा के घर घर गांव गांव अलख जगाने से शराब की बिक्री में अधिकतम 30% की कमी आ गयी तो ये सरकार बौखला उठी हैं अपने ही कर्मचारियों को धमका रही है। शराब बेचो नही तो गाड़ी छीन ली जायेगी। करोड़ो राजस्थानी नागरिको के सेहत सामाजिक स्तर को क्षति पहुचने वाली शराब को बेचने की लिए सरकार की अकुलाहट जाहिर करती हैं कि सरकार को आम नागरिकों से कोई लेना देना नही उसे तो बस खजाना भरने से मतलब हैं।
जन क्रांति मंच के पदाधिकारी कार्यकर्ता सरकार की इस दमन करी अलोकतांत्रिक और तानाशाही नीति का विरोध करते हुए इस मुद्दे को आम जन मानस के बीच लेकर जायेंगे,जन क्रांति मंच के कार्यकर्ता बहन पूजा छाबड़ा के नेतृत्व में शहीद गुरु शरण छाबड़ा जी के सपनो का राजस्थान बनाने के लिए निर्णायक संघर्ष शुरू कर चुके हैं , अब सरकार कितना भी जुल्म कर लें लाठियां गोलियां चला ले राजस्थान में शराबबन्दी होकर रहेगी,एक तरफ प्रधानमंत्री जी शराबबन्दी आंदोलनों की तारीफ करते हैं वही उनके पार्टी की सरकार राजस्थान में शराब ज्यादा बेचने के लिए अधिकारियो को धमका रही हैं ऐसे दोहरे आचरण की सच्चाई अब जन मानस समझ चुके हैं पूजा जी छाबड़ा के कुशल नेतृत्व में राजस्थान को शराब भष्ट्राचार बेरोजगारी से मुक्त करने का आन्दोलन जल्द ही जन आंदोलन बनेगा।