
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यह विज्ञापन देखकर ही नोटबंदी का फैसला किया है। इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि क्या देशभक्ति का ठेका आप लोगों ने ले रखा है। वहीं दूसरी तरफ विख्यात अमेरिकी अर्थशास्त्री स्टीव हैंके ने भी पीएम मोदी के विमुद्रीकरण के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह फैसला हारने वालों का है।
आपको बताते चले कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 8 नवंबर, 2016 को राष्ट्र के नाम संबोधन करते हुए 500 और 1000 रुपए के करेंसी नोटों तत्काल प्रभाव से बंद कर देने का फैसला सुनाया था। पीएम ने इस फैसले को आतंकवाद से लड़ने वाला और भ्रष्टाचार खत्म होने वाला बताया था। वहीं विपक्ष नोटबंदी के दौरान 125 लोगों की मौत पर माफी मांगने के लिए कह रहा है।