नई दिल्ली। पाकिस्तानी की खुफिया ऐजेंसी आईएसआई के जासूस केवल भाजपा और हिंदू संगठनों में ही नहीं बल्कि भोजपुरी फिल्मों में भी मौजूद हैं। आईएसआई उनकी फिल्में फाइनेंस करती है। बदले में वो घोड़ासन रेल हादसे जैसे मामलों को अंजाम देने में पाकिस्तान की मदद करते हैं।
अभी तक भोजपुरी फिल्मों से जुड़े तीन लोग पकड़े जा चुके हैं। हाल ही में एनआईए के हाथ आए शख्स का नाम मुकेश यादव है। जो भोजपुरी फिल्मों का अभिनेता भी है और निर्माता भी। उसने अपने फिल्मी सपनों को पूरा करने के लिए ही इस खौफनाक साजिश में आईएसआई का साथ दिया।
एनआईए ने अभी तक ऐसे तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो फिल्में बनाने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे थे। एनआईए के मुताबिक भारत के पूर्वी इलाकों और नेपाल में अपने फिल्मी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए इन लोगों ने भयानक ट्रेन हादसों को अंजाम देने में आईएसआई की मदद की।
बताते चलें कि बीते साल एक अक्टूबर को बिहार के घोड़ासन में रेलवे ट्रेक के पास से एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किया गया था। जिसके तार क्षेत्रीय और भोजपुरी फिल्म उद्योग में काम करने वाले लोगों से जुड़े थे। पहले आईएसआई एजेंट बृज किशोर गिरि को गिरफ्तार किया गया था, जो एक अभिनेता होने के साथ-साथ नेपाल के बीरगिरी इलाके में मौजूद बिग बॉलीवुड स्टूडियो का मालिक है।
इसी तरह से बिहार के मोतिहारी शहर में शादियों और अन्य कार्यक्रमों में ऑर्केस्ट्रा अरेंज करने वाले गजेंद्र शर्मा को पकड़ा गया, जो भागा में स्थित दंगल स्टूडियो का मालिक है। उधर, भोपाल आईएसआई रैकेट मामले में एटीएस ने मुख्य आरोपी सतना निवासी बलराम सिंह के साथी रज्जन यादव को सतना जेल से रिमांड पर लिया है। बलराम और रज्जन के बीच पैसों का लेन देन होता था। अब तक इस मामले में ग्यारह लोग एटीएस ने गिरफ्तार किये हैं। रज्जन इस मामले में बारहवां आरोपी है।