वॉशिंगटन। DONALD TRUMP ने कहा है कि वो 7 मुस्लिम देशों के लोगों की अमेरिका में ENTRY BAN करने के लिए नया EXECUTIVE ORDER लाएंगे। ट्रम्प का ये बयान इस तरफ इशारा करता है कि वो बैन के मसले पर जल्द कोई फैसला लेना चाहते हैं। बता दें कि ट्रम्प ने शपथ लेने के बाद ही ट्रैवल बैन वाले एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर दिए थे। लेकिन कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी।
शुक्रवार को एयरफोर्स वन में मीडिया से बातचीत में ट्रम्प ने कहा- "इस बारे में फैसला सोमवार या मंगलवार तक लिया जा सकता है। व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रिइंस प्रिवस ने कहा कि कई ऑप्शन्स हैं। इनमें से एक मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाना भी है। ट्रम्प ने इशारा किया कि ट्रैवल बैन को लेकर जारी कानूनी परेशानियों की वजह से इसमें देर जरूर हो रही है, लेकिन आखिरकार कोर्ट से उन्हें ही जीत मिलेगी।
यूएस प्रेसिडेंट ने कहा- "हम इस लड़ाई को जीतेंगे। बदकिस्मती से इसमें देरी हो रही है। हमारे पास ढेर सारे ऑप्शन हैं। इनमें से एक ये है कि हम बिल्कुल नया ऑर्डर ला सकते हैं। ट्रम्प के मुताबिक, वो नए सिक्युरिटी मेजर्स भी ला सकते हैं।
COURT ने लगा दी है बैन पर रोक
बता दें कि गुरुवार को तीन जजों की अपीली कोर्ट ने ट्रैवल बैन को सस्पेंड कर दिया था। इसके पहले मंगलवार को लोअर कोर्ट ने भी यही फैसला दिया था। कोर्ट के फैसले पर ट्रम्प ने नाराजगी जाहिर की। एक बार तो उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अगर अमेरिका में कोई गलत घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार अब यहां की अदालतें होंगी।
अब आगे क्या?
व्हाइट हाउस और जस्टिस डिपार्टमेंट इस मसले को लेकर कई ऑप्शन्स पर विचार कर रहे हैं। नए अटॉर्नी जनरल जेफ सेशिंस को भी इनकी जानकारी दी गई है। माना जा रहा है कि नए ऑर्डर में कुछ बदलाव किए जाएंगे, ताकि कानूनी दिक्कतों को खत्म किया जा सके। सुप्रीम कोर्ट से फौरन दखल की मांग की जा सकती है। अपीली कोर्ट ने इस मामले से जुड़े अफसरों से पूरी जानकारी तलब की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन की कोशिशों के बाद भी इस बात की उम्मीद कम ही है कि जल्द ही बैन को लेकर कोई फैसला लिया जा सकेगा।
ओबामा एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान इमिग्रेशन डिपार्टमेंट में काम कर चुके लियोन फ्रेस्को के मुताबिक, सरकार के लिए ये केस दलीलों के हिसाब से मुश्किल है। फेस्को ने कहा- "अगर कोर्ट को ये लगता है कि सरकार पुराने ऑर्डर पर लौट सकती है तो सरकार की मांग खारिज भी की जा सकती है।
क्या है मामला?
बता दें कि दो हफ्ते पहले ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने 7 मुस्लिम देशों के लोगों के अमेरिका आने पर कुछ वक्त के लिए बैन लगाया था। उनके इस एग्जीक्यूटिव ऑर्डर को लोअर कोर्ट ने सस्पेंड कर दिया था। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने इस फैसले के खिलाफ अपील की है। डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्रैवल बैन वाले एग्जीक्यूटिव ऑर्डर की कोर्ट में हो रही सुनवाई को शर्मनाक बताया था। ट्रम्प ने कहा था कि ऐसा राजनीतिक वजहों से किया जा रहा है। अदालतें भी बेहद सियासी हो गई हैं।
कोर्ट भी सियासी होे गए
पुलिस अफसरों की एक मीटिंग में ट्रम्प ने पिछले हफ्ते कहा था, "लगता है कि कोर्ट बहुत सियासी हो गई है। बेहतर होता कि हमारा ग्रेट जस्टिस सिस्टम वह बयान पढ़ता और वो करता जो सही है। अपने ट्रैवल बैन वाले ऑर्डर पर उन्होंने कहा, "दूसरे देश के लोगों को अमेरिका आने से रोकने का मुझे कानूनी हक है। यह इतना साफ है कि इसे हाईस्कूल के एक बुरे स्टूडेंट को समझना भी मुश्किल नहीं होगा। यह हमारे देश की सिक्युरिटी से जुड़ा है, जो बेहद अहम है।