
बचपन में नंदी 50 पैसे लेकर दिखाते थे महाभारत
नंद गोपाल गुप्ता पेशे से व्यापारी हैं। महज हाईस्कूल पास नंदी ब्रांड नेम भी है। उनके इलाके के लोगों ने बताया, बचपन में नंदी महाभारत दिखाने के लिए बच्चों से 50 पैसे लिया करते थे।मोहल्ले में पहला टीवी इनके घर में ही आया था। लोग बताते हैं कि नंदी बचपन से ही मनी माइंडेड है। वो पैसा कमाने के लिए किसी भी मौके का इस्तेमाल कर लेते हैं। राजनीति भी शायद उनके लिए एक मौका ही है। अपनी संपत्ति को 57 करोड़ से 570 करोड़ पर पहुंचाने के लिए।
बीएसपी से शुरू की थी सियासी पारी
ये 2007 में इलाहाबाद साउथ से बसपा MLA बने। 2007 के इलेक्शन में नंदी ने अपने एफिडेविट में 15 करोड़ की संपत्ति दिखाईदर्ज करवाई थी। 2012 में वे सपा कैंडिडेट हाजी परवेज अहमद टंकी से 400 वोटों से हार गए। इसके बाद उन्हें बीएसपी से निकाल दिया। मायावती ने नंदी के साथ उनकी पत्नी को भी पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद नंदी ने कांग्रेस ज्वाइन की।
मोदी लहर में हारे तो बीजेपी ज्वाइन कर ली
2014 में वे कांग्रेस टिकट से लोक सभा में एंट्री पाने के लिए इलेक्शन में खड़े हुए। इस बार उन्होंने अपनी संपत्ति 88 करोड़ रुपए शो की। इन्होंने बॉलीवुड एक्ट्रेस अमीषा पटेल से कैंपेनिंग करवाई लेकिन मोदी लहर के चलते हार गए। इस बार वे बीजेपी से जुड़कर एक बार फिर किस्मत आजमाने मैदान में उतरे हैं।