UP ELECTION NEWS/लखनऊ। यूपी में अब महागठबंधन की उम्मीद खत्म हो गई है। सिर्फ कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन होगा। अखिलेश यादव सीएम कैंडिडेट होंगे और कांग्रेस बची हुई सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आरएलडी के साथ चल रही बातचीत लगभग खत्म हो गई है। कहा जा रहा है कि आरएलडी अब औवेसी के साथ मिलकर लड़ने का मन बना रही है। सपा के वाइस प्रेसिडेंट किरणमय नंदा ने कहा कि आरएलडी के साथ गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं चल रही है। उन्होंने कहा कि हम केवल कांग्रेस के साथ अलायंस करेंगे।
किरणमय नंदा ने कहा, कांग्रेस अगर आरएलडी के साथ गठबंधन चाहती है तो वो अपने हिस्से से उन्हें सीटें दे दे। आरएलडी के प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा, "हम अपनी पसंद की सीटें चाहते थे, लेकिन इस पर समझौता नहीं हो पाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, "कांग्रेस ने आरएलडी चीफ अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी को 20 सीटों की पेशकश की थी। जयंत चौधरी लगातार राहुल गांधी के संपर्क में थे। आरएलडी सोर्सेज के मुताबिक, "अजित सिंह 30 से कम सीटों पर गठबंधन को राजी नहीं थे। और, अब अकेले चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं।
फर्स्ट और सेकेंड फेज की लिस्ट फाइनल- नंदा
किरणमय नंदा ने कहा, "एसपी ने फर्स्ट और सेकेंड फेज के कैंडिडेट्स की लिस्ट फाइनल कर ली है। अब कांग्रेस को अपने कैंडिडेट्स चुनने हैं। नंदा बोले, "कांग्रेस से गठबंधन के बाद हम यूपी में पूर्ण बहुमत लाएंगे और अखिलेश यादव दोबारा सीएम बनेंगे। समाजवादी पार्टी जल्द ही अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। सीटों की घोषणा अखिलेश यादव जल्द ही करेंगे।
2012 में किसको, कितनी सीटें मिलीं
2012 के विधानसभा चुनाव में सपा को 224 सीटें मिली थीं। सपा को कुल वोट का 29.3% वोट मिला था। 2012 में कांग्रेस को 28 सीटें थी और पार्टी का वोट प्रतिशत 11.7% था। आरएलडी को इन चुनावों में 9 सीटें मिलीं थीं। हालांकि, पश्चिमी यूपी में पार्टी के मुख्य जनाधार जाट वोट 17 फीसदी हैं।