PUNJAB BJP के घोषणा पत्र में कंफ्यूजन: रोजगार से तात्पर्य नौकरी या स्व-रोजगार ?

नईदिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसमें भाजपा ने हर परिवार में एक व्यक्ति को रोजगार देने का वादा किया है। हर गरीब को घर देने का वादा भी शामिल है। यहां भाजपा ने स्पष्ट नहीं किया कि रोजगार से उसका तात्पर्य स्व रोजगार से है या सरकारी नौकरी से। बता दें कि हर गरीब को घर देने की योजना पर तो मोदी सरकार पहले से ही काम कर रही है। रोजगार एक बड़ा मुद्दा हो सकता है परंतु इसमें यह स्पष्ट होना जरूरी है कि रोजगार से तात्पर्य क्या है। सवाल इसलिए क्योंकि इससे पहले भी भाजपा इसी तरह शब्दों के मायाजाल में जनता को फंसा चुके हैं। चुनाव से पहले नेतागण चुप रहते हैं। सत्ता में आने के बाद बयान बदल जाते हैं। बता दें कि स्व रोजगार के लिए कई सरकारी योजनाएं पहले से ही संचालित हैं। सरकार योजना बनाती है लेकिन बैंक बिना गारंटी वाला लोन नहीं देते। रोजगार से तात्पर्य लोग सरकारी नौकरी से लगा लेते हैं। 

पार्टी का चुनाव घोषणापत्र रविवार को जालंधर में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जारी किया। इस मौके पर पार्टी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला सहित राज्य के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

दलित व पिछड़ा वोट बैंक साधने के लिए भाजपा ने घोषणापत्र में वादा किया है कि अकाली-भाजपा सरकार आने पर दलित व पिछड़े परिवारों को प्लाट, घर व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। इसके अलावा नीला कार्ड धारकों को दो किलो देशी घी व पांच किलो चीनी दी जाएगी।

भाजपा ने किसानों से भी लोकलुभावन वादे किए हैं। घोषणापत्र के मुताबिक छोटे किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। गरीब परिवारों की बेटी के लिए पीएचडी तक की पढ़ाई मुफ्त करवाई जाएगी। पार्टी ने कर्मचारियों से भी वादा किया है।

सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 60 साल की जाएगी। पार्टी ने आतंकवाद प्रभावित परिवारों को भी राहत देने की बात की है। एेसे परिवारों को पांच लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !