भ्रष्टाचारम, व्यापमं और हवाला घोटालम के बीच ‘आनंदम’: MPCC

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने शनिवार को मकर संक्रांति से नव गठित ‘आनंद मंत्रालय’ द्वारा सिर्फ पहले दिन ही 1 लाख 62 हजार करोड़ के कर्ज में डूबी राज्य सरकार द्वारा 18 करोड़ खर्च कर संपन्न आयोजन ‘आनंदम’ पर हमला कर उसमें मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा परोसे गए झूठ को गरीबों का अपमान बताया है।

आज यहाँ जारी बयान में मिश्रा ने मुख्यमंत्री के कथित रूप से प्रेरित सम्बोधन ‘फकीरी में ही अमीरी है’ पर तंज कसते हुए कहा कि यदि उन्हें फकीरी का आनंद वास्तव में लेना है तो वह झूठ परोसकर भाषणों से नहीं, नानाजी देशमुख, मामा बालेश्वर दयाल, भाई महावीर, माणकचंद बाजपेई जैसे चरित्रों से प्रेरणा लेकर हासिल होगा। अरबों रूपयों के व्यापमं महाघोटालों के दागियों, बड़े चेहरों के रूप में चिन्हित रामनरेश यादवों, गुलाब सिंह किरारों, मंत्री पत्नियों, संजय पाठकों, सरावगी बंधुओं, अरविन्द-टीनू जोशी सहित अन्य कई भ्रष्ट चेहरों को बचाकर वे कुछ समय तक ‘‘आनंदम’’ की अनुभूति प्राप्त कर सकते हैं।  

सरकारी खजाने से गरीबों को दान कैसा ‘आनंदम’
मिश्रा ने मुख्यमंत्री जी से यह भी आग्रह किया है कि यदि उन्होंने असल में अमीरों की अपेक्षा गरीबों को सुखी देखा है तो वे गरीबों को हजार - दो हजार रुपये की कीमत वाले पुराने कपड़ों को दान कर सपत्नीक सरकारी खजाने से लाखो रूपये खर्च कर स्वयं की पब्लिसिटी लेने तथा गरीबों एवं उनकी गरीबी का मजाक उड़ाने की अपेक्षा अपनी ईमानदारी की कमाई से सिर्फ विदिशा में ही खरीदी गई सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि का कुछ हिस्सा ही गरीबों को दे दें, तो उन्हें फकीरी और खुशी का वास्तविक ‘‘आनंदम’’ प्राप्त होगा।

कर्जदार राज्य का मुख्यमंत्री ‘आनंदम’ में 18 करोड़ खर्च
मिश्रा ने राज्य सरकार से यह भी जानना चाहा है कि जब प्रदेश 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपयों के कर्ज में डूबा है, सरकार को इस राशि का ब्याज चुकाने के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है, इस स्थिति में सिर्फ एक दिन के ‘‘आनंदम’’ में सरकारी खजाने से 18 करोड़ रूपये खर्च कर देने में ‘‘आनंदम’’ किसे मिला और किसका हुआ? सार्वजानिक होना चाहिए।  

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