कटनी कालाधन कांड: अब ED भी सरावगी के दफ्तर से 4 बोरे दस्तावेज भर लाई

कटनी। तत्कालीन एसपी गौरव तिवारी ने सरावगी के आॅफिस से खुर्दबुर्द करने के लिए ले जाए जा रहे 28 बोरे दस्तावेज जब्त किए थे। इसी के बाद मामले ने पॉलिटिकल हाइट पकड़ी और मंत्री संजय पाठक का नाम सामने आया। अब ईडी ने जांच शुरू की है और वो भी सरावगी के आॅफिस से 4 बोरे दस्तावेज जब्त कर लाई है। 

शनिवार सुबह इंदौर से ईडी की टीम कटनी के कोतवाली थाने पहुंची और रिकॉर्ड देखे। इसके बाद पुलिस ने कोयला कारोबारी सतीश सरावगी के दफ्तर पर छापा मारा। पुलिस वहां से 4 बोरों में दस्तावेज भरकर अपने साथ ले गई है। ईडी ने पूर्व एसपी गौरव तिवारी द्वारा तैयार की गई 120 पन्नों की रिपोर्ट भी देखी है। 

फर्मों के ट्रांजेक्शन पर फोकस:
शनिवार को इंदौर से पहुंची ईडी की टीम ने कटनी पहुंचते ही फर्जी खातों के प्रकरणों में दर्ज चार एफआईआर और रिकार्डों को खंगालना शुरू किया। ईडी सूत्रों का कहना है कि फिलहाल जांच का फोकस फर्मों में किए गए ट्रांजक्शन पर है। बैंकों के स्टेटमेंट की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि बोगस फर्मों से सरावगी बंधुओं की कितनी फर्मों में ट्रांजेक्शन हुआ है? प्रारंभिक जांच में धोखाधड़ी के केसों के भी मनी लॉन्ड्रिंग से तार जुड़े होने की जानकारी सामने आई है।

धोखाधड़ी के शिकार लोगों से पूछताछ संभव
सूत्र बताते हैं कि ईडी की टीम में शामिल सहायक निदेशक ने सबसे पहले एसके मिनरल्स से हुए लेनदेन का बैंक स्टेटमेंट चेक किया। जांच एजेंसी एसके मिनरल्स के बाद धोखाधड़ी के शिकार लोगों से भी पूछताछ कर सकती है। इससे पहले एसआईटी ने एसके मिनरल्स समेत 32 बोगस फर्मों में 150 करोड़ का ट्रांजेक्शन का रिकार्ड जब्त किया था।

नोटिस के बाद से अंडरग्राउंड हैं सरावगी बंधु
कर्मचारी संदीप बर्मन की गिरफ्तारी के बाद सतीश सरावगी और मनीष से पूछताछ करने के लिए पुलिस ने नोटिस जारी किया था लेकिन इसके बाद से ही दोनों भूमिगत हो गए हैं। उनके अकाउंटेंट संजय तिवारी ने भी सरावगी बंधुओं द्वारा नौकर और कर्मचारियों के नाम पर फर्जी फर्म खोलकर धोखाधड़ी करने का खुलासा किया था। नौकर संदीप ने भी उसके नाम से शिव आराधना इंटरप्राइजेज संचालित होने के साथ इस खेल में नरेश पटेल, दस्यु पटेल, नरेश बर्मन के शामिल होने का बयान रिकाॅर्ड कराया था।

चाइना, खाड़ी देशों में भी ट्रांजेक्शन
कोयला कारोबारी सतीश सरावगी और मनीष सरावगी के दस्तावेजों में नीरनिधि कंपनी में महेन्द्र गोयनका की पार्टनरशिप का खुलासा होने के बाद ईडी की टीम ने उसकी भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी नीरनिधि कंपनी से चाइना समेत खाड़ी देशों में हुए करोड़ों रुपएके ट्रांजेक्शन का ब्योरा भी जुटा रही है।

इन्वेस्टिगेशन का पार्ट है रेड
कटनी एसपी शशिकांत शुक्ला ने बताया कि ईडी की जांच के साथ ही कोयला कारोबारी सतीश सरावगी के ऑफिस के रिकॉर्डों की जांच पुलिस की एक टीम कर रही है। यह इन्वेस्टिगेशन का ही पार्ट है। रिकाॅर्डों को जब्त किया जाएगा या नहीं? फिलहाल इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती।

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