
मालूम हो कि कटनी एसपी रहते हुए गौरव तिवारी ने मामले की गंभीरता देखते हुए खुद ही एसआईटी गठित कर तफ्तीश शुरू की थी। आईजी स्तर के अफसर को जांच सौंपने का सीधा-सा अर्थ है कि मामला कटनी पुलिस के हाथ से निकल गया है। हालांकि देर शाम सरकार ने कटनी के एक्सिस बैंक की शाखा में उजागर हुए हवाला के कारोबार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय को जांच को लेकर पत्र भेज दिया है।
बता दें कि मप्र मे किसी भी मामले में सीआईडी जांच स्थापित करने का अर्थ होता है मामले को लंबे समय तक के लिए टाल देना। बालाघाट में हुए संघ प्रचारक पिटाई कांड की जांच भी सीआईडी को सौंपी गई थी। सीआईडी ने बड़ी तेजी से साथ बयान कलमबद्ध करना भी शुरू किए थ्ज्ञे परंतु मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।