
मेरठ से 30 किलोमीटर दूर मधी गांव के गन्ना किसान परिविन्द्र चौधरी के बेटे निशांत ने दूसरे प्रयास में यह उपलब्धि हासिल की. 2016 में कानपुर के यूपी टेक्सटाइल इंस्टिट्यूट से इंजीनियरिंग करने वाले निशांत बताते हैं कि वे रोजाना 60 किलोमीटर की दूरी तय कर कोचिंग जाते थे. कैट क्लियर करने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी।
उन्होंने कहा कि उन्हें 95 परसेंटाइल के करीब की उम्मीद थी लेकिन यह तो उससे भी कहीं ज्यादा है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें उम्मीद है कि वे किसी आईआईएम में एडमिशन जरुर ले सकेंगे। बता दें लखनऊ की अनन्या वत्स ने 99.64 परसेंटाइल के साथ राजधानी में टॉप किया है। कैट का रिजल्ट सोमवार को आईआईएम बैंगलोर द्वारा घोषित किया गया. इस एग्जाम में 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने 100 परसेंटाइल स्कोर किया है।