मोदी ने खादी के लिए ऐसा क्या किया जो वो गांधी से बड़े हो गए: मीसा भारती

पटना। खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर से महात्मा गांधी की तस्वीर की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर सामने आने के बाद विरोध भी शुरू हो गया है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की सांसद पुत्री मीसा भारती ने फेसबुक पर पूछा है कि हममें से कोई भी गांधीजी की जगह ले सकता है ? मोदीजी को लगता है कि वो ले सकते हैं। पहले नेहरू-इंदिरा के कद को बौना साबित करने और पटेल-बोस की विरासत को हथियाने के लिए सरकार व संघियों द्वारा भ्रामक प्रचार करने के सुनियोजित प्रयास चल ही रहा था, अब गांधी जी भी संघियों के दुष्प्रचार के चपेट में आ गए हैं। 

उन्होंने कहा कि कहां विदेशी ब्रांड के लाखों के कपड़े, चश्मे और 12 लाख रुपये का सूट पहनने वाले मोदीजी और कहां जीवनभर सूत काटने वाले और गज भर धोती पहनने वाले गांधी जी ! भक्ति, दुष्प्रचार और प्रोपेगेंडा परोसने की भी एक सीमा होती है!

खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर से गांधी जी को तो 2016 में ही गायब कर दिया गया था और अब 2017 में मोदीजी वहां गांधी जी को धकेल खुद विराजमान हो गए हैं। विरोध 2016 में भी हुआ था। तब सृजनात्मक स्वतंत्रता और त्रुटि की आड़ में इसे दबा दिया गया, पर 2017 में तो हद ही हो गई। 

मीसा ने आगे लिखा है कि 2016 में जो हुआ वह प्रोपेगेंडा थोपने की सोची समझी सुनियोजित नीति का ही हिस्सा था। 2017 के कैलेंडर में उसे अंजाम तक पहुंचा दिया गया है। मोदीजी बताएं कि खादी के प्रचार प्रसार में उनका ऐसा क्या योगदान है कि गांधी जी भी उनके सामने बौने हो गए ? नोटबंदी लागू करने के साथ-साथ क्यों नहीं उन्होंने नए नोटों में भी गांधी जी की जगह ले ली या आने वाले समय में हमें वह दिन भी देखना होगा ?

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