
इस तरह सेना में फ्रंट लाइन पर महिलाओं की नियुक्ति को लेकर उठ रहे सवालों पर जनरल रावत ने यह कहते हुए विराम लगा दिया है कि उन्हें वहां पर कोई और सुविधाएं नहीं दी जा सकेंगी। उन्हें अपने पुरुष सहयोगी की तरह ही विपरीत परिस्थितियों में हर वक्त तैनात रहना होगा। यदि इसके लिए वह तैयार हैं तो बताएं, फिर इस पर विचार किया जाएगा।
बता दें कि सेना में महिलाओं की नियुक्ति के बाद अब युद्ध मोर्चे पर उनकी तैनाती की बात की जा रही है। इसी संदर्भ में प्रस्तुत हुए सवाल का जनरल जवाब दे रहे थे।