
गौरतलब है कि 2016 में जॉब मार्केट पर इनोवेटर्स तथा डिस्रप्टर्स का सिक्का चला था। रिलायंस जियो के आने की वजह से फिनटेक तथा डिजिटल पेमेंट सेक्टर में नौकरियां तेजी से बनी थीं। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भी जॉब मार्केट का सेंटिमेंट पॉजिटिव है, लेकिन नोटबंदी का असर तो पड़ेगा ही।
विलिस टॉवर्स वॉटसन सैलेरी बजट प्लानिंग रिपोर्ट का दावा है कि नए साल यानी 2017 में औसत वेतनवृद्धि 10 फीसदी रह सकती है। दूसरी ओर कंपनी में अच्छे टैलेंट को बनाए रखना तथा उन्हें मैनेज करना एचआर डिपार्टमेंट के लिए टेढ़ी खीर बन सकता है।