
बावजूद इसके जब सभी हितग्राहियों की उपस्थिति में लाटरी के जरिये यह सुनिश्चित कर लिया गया कि किसे कौन से फ्लोर पर कौन सा फ्लैट मिलेगा तो इस बीच बीडीए की संदिग्ध कार्यप्रणाली को लेकर खबर सामने आई हैं। खबर के अनुसार कल रविवार 08/01/2017 को कुछेक हितग्राही जब अपने लाटरी के अनुरूप निकले और मैप से मिलाये गए फ्लैट क्रमांक के मुताबिक फ्लैट का मौका मुआयना करने प्रोजेक्ट स्थल सलैया पर पहुँचे तो पाया कि बीडीए के कर्मचारी फ्लैट के क्रमांकों में फेरबदल कर रहे थे।
उनकी इस कारस्तानी को देखकर उनका इसको लेकर मौजूद फ्लैट पाने वाले लोगों से विवाद भी हुआ। मीडिया कर्मियों के संज्ञान में उक्त जानकारी लगने के बाद बीडीए चेयरमैन ओम यादव ने इस मामले की जाँच कराने की बात कही हैं।