
कटनी में गुरुवार को 'गौरव' के लिए रेल रोको आंदोलन हुआ। इसमें कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह समेत 12 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। बाद में उन्हें मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को इस मामले की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र भी लिख दिया है। इन प्रकरणों की जांच फिलहाल एसआईटी द्वारा की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि मामला केवल हवाला कारोबार का नहीं है। फर्जी खातों के संचालन का भी है अत: ईडी इसके लिए योग्य जांच ऐजेंसी नहीं है। केवल सीबीआई ही इस तरह के मल्टी लेवल आर्थिक अपराधों की छानबीन कर सकती है।
पूर्व डीजीपी एससी त्रिपाठी का कहना है कि एक्सिस बैंक घोटाले में केवल मनी लाॅन्ड्रिंग सामने आई है तो ईडी जांच करेगा। फर्जी खाते खुले हैं या धोखाधड़ी हुई है तो जांच पुलिस करेगी। ऐसे में ईडी और पुलिस दोनों ही जांच करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार को निष्पक्ष जांच करानी थी जो सीबीआई को चिट्ठी लिखती। सीबीआई मनी लाॅन्ड्रिंग और फर्जीवाड़े दोनों की जांच कर लेती। पुलिस की जरूरत नहीं पड़ती। एसपी के तबादले पर उन्होंने कहा कि स्वाभाविक है ऐसी कार्रवाई से पुलिस का मनोबल गिरता है। जनता भी सब समझती है कि क्या गलत है और क्या सही है।
ये दिग्गज आए सुर्खियों में
कटनी हवाला कांड में दलबलदकर शिवराज सरकार में आए मंत्री संजय पाठक के अलावा मप्र के पूर्व संगठन महामंत्री अरविंद मेनन का नाम भी सुर्खियों में आया था। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के सुपुत्र हर्ष चौहान भी चर्चाओं में है। हर्ष को संजय पाठक का पार्टनर बताया जा रहा है। इस बीच कांग्रेस ने हवाला आरोपी का सीएम शिवराज सिंह के साथ फोटो भी रिलीज किया है। मुख्यमंत्री पर आरोप है कि वो कालाधन उजागर करने वाले इस मामले को दबाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।