
वीडियो बनाने वाले तेज बहादुर यादव ने एक मीडिया चैनल को दिए जवाब में कहा , “जहां मैं रहता हूं मैने वहां के कमांडेंट को इस बारे में सूचित किया था, लेकिन जब कोई एक्शन नहीं हुआ तब जाकर मैने वीडियो के जरिए सच्चाई दिखाने का फैसला लिया।” अपने करियर पर उठाए गए सवालों के जवाब में जवान ने कहा कि आरोप लगाने वालों से यह भी पूछा जाए कि अगर मैं इतना ही गलत था तो क्यों उन्हें अवार्ड दिए गए। तेज बहादुर ने बताया कि उन्हें 16 बार सम्मानित किया जा चुका है और एक बार वह गोल्ड मेडल भी जीत चुके हैं। हालांकि उन्होंने माना कि करियर में उन्होंने कुछ गलतिया कीं, लेकिन फिर वह उनमें सुधार भी कर चुके हैं।
क्या कहा है वीडियो में:
वीडियो में यादव कहते हैं, ‘देशवासियों मैं आपसे एक अनुरोध करना चाहता हूं। हम लोग सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक, लगातार 11 घंटे इस बर्फ में खड़े होकर ड्यूटी करते हैं। कितना भी बर्फ हो, बारिश हो, तूफान हो, इन्हीं हालातों में हम ड्यूटी कर रहे हैं। फोटो में हम आपको बहुत अच्छे लग रहे होंगे मगर हमारी क्या सिचुएशन हैं, ये न मीडिया दिखाता है, न मिनिस्टर सुनता है। कोई भी सरकार आईं, हमारे हालात वहीं हैं। मैं इस के बाद तीन वीडियो भेजूंगा जिसको मैं चाहता हूं कि आप दिखाएं कि हमारे अधिकारी हमारे साथ कितना अत्याचार व अन्याय करते हैं। हम किसी सरकार के खिलाफ आरोप नहीं लगाना चाहते। क्योंकि सरकार हर चीज, हर सामान हमको देती है। मगर उच्च अधिकारी सब बेचकर खा जाते हैं, हमारे को कुछ नहीं मिलता। इसकी जांच होनी चाहिए।”