
विकास सिंह छोटे खेतिहर हैं। खेती की आय को रखने के लिए उन्होंने तरैया के स्टेट बैंक की शाखा में अपना खाता खुलवाया था। खाते में थोड़ी-थोड़ी कर रकम जमा की थी। इस तरह अकाउंट में दस हजार रुपये इकट्ठे हो गये थे। गेहूं की खेती करने के लिए पिछले 28 नवम्बर को जब उसने एटीएम से दो हजार रुपए निकालने की कोशिश की तो निकासी नही हो पायी। एटीएम मशीन कार्ड को लॉक बता रही थी। वह परेशान हो उठा और बैंक में पहुंचा। बैंक के कैशियर ने बताया कि उसका एटीएम कार्ड ही नहीं अकाउंट भी लॉक कर दिया गया है।
कारण पूछने पर उसे बताया गया कि उसके अकाउंट में दो करोड़ 27 हजार रुपए बैलेंस हैं। इतनी रकम उसके अकाउंट में कैसे आयी, इसका उसे हिसाब देना होगा, तभी अकाउंट से रुपए निकलेंगे। विकास अपने अकाउंट से दस हजार रुपए की निकासी के लिए बैंक में दौड़ता रहा। थक-हार कर दो दिनों पूर्व उसने एसपी को आवेदन दिया है। आवेदन में उसने आग्रह करते हुए उल्लेख किया है कि उसके अकाउंट में केवल दस हजार रुपए थे। दो करोड़ 17 हजार रुपए कैसे आये यह उसे भी पता नहीं।
उसने गुहार लगाते हुए कहा अकाउंट में जमा दस हजार रुपए की निकासी करायी जाए, ताकि खेती-बारी कर सके। हालांकि इस संबंध में शाखा प्रबंधक का कहना है कि उन्होंने हाल में ही ज्वाइन किया है और इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।