भोपाल। आईएएस अधिकारी रमेश थेटे ने चार ईमली में आवंटित शासकीय आवास को सरेंडर कर दिया। इसके साथ ही सरकारी वाहन और चपरासी भी लौटा दिए। बता दें कि थेटे का पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया के साथ विवाद चल रहा है। एक दिन पहले उन्होंने जुलानिया के खिलाफ थाने में शिकायत दी थी, जिसके बाद उन्हें सचिव पद से हटाकर मंत्रालय में ओएसडी बना दिया गया है।
थेटे को छह माह पहले शासकीय आवास आवंटित किया गया था, जिसमें वे रहने जा रहे थे। अब उन्होंने उसे सरेंडर कर दिया। इस बीच थेटे ने बुधवार को मुख्य सचिव बीपी सिंह से शाम 4 बजे मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि वे अब मुख्य सचिव की बात ही मानेंगे। भूतकाल में क्या हुआ, उससे कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने कहा कि चपरासी, गाड़ी और आवास लौटा दिया है। मंत्रालय अपनी सुविधा से जाऊंगा।