राजेश शुक्ला/अनूपपुर। प्रदेश सरकार द्वारा अंत्योदय के लिये योजनाएं तो बना दी जाती है और उन्हें अमलीजामा पहनाने हेतु जिलों में तैनात प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से कार्य भी कराये जाने के प्रयास किये जाते हैं। आदिवासी जिले में चुने हुये जनप्रतिनिधियों में जागरूकता का अभाव होने के कारण ग्राम पंचायतों में काबिज दबंग उपसरपंच के द्वारा अपने मन-मुताबिक कार्य कराये जाने के प्रयास किये जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय से सटे हुये ग्राम पंचायत चकेठी का है, जहां का किसान अपने ही कुएं से पानी उपयोग करने के लिये दर-ब-दर भटक रहा है किंतु उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है। जैतहरी जनपद के ग्राम पंचायत चकेठी अंतर्गत वर्ष 2005-06 में कपिलधारा कूप निर्माण के लिये केदार वर्मा को राशि मिली थी जिस कूप का निर्माण मौके पर देखा जा सकता है। लेकिन मौजूदा समय में पंचायत कर्मी व जनप्रतिनिधि ने मौजूदा सत्र के दौरान नाले का स्वरूप बदलते हुये तालाब का निर्माण करा दिया है।
अपने ही कुएं से बेदखल हुआ किसान
ग्राम पंचायत चकेठी के वार्ड नंबर 1 निवासी केदार बर्मा नें 2005 में कपिल धारा कूप निर्माण बनवाया था, केदार बर्मा एक कृषक है व अपनें कुएं से सिचाई कर अपना जीवकोपार्जन करते है जिसे अब पंचायत छीनने का काम कर रही है। अब उस पर भी पंचायतो नेें पहरा लगा दिया है एैसा ही एक मामला ग्राम चकेठी का है बताया जा रहा है कि गरीब के कुऐ को बंद करनें की योजना पंचायत व उनके गुर्गो द्वारा की जा रही है जिसका उद्देश्य तालाब के नाम पर पैसा आहरण करना है और इसी उद्देश्य से उस कुएं के बदले किसान परिवार को लालच दिया जा रहा है।
निजी जमीन को बनाया तालाब
ग्राम पंचायत चकेठी के निवासी केदार वर्मा व उसके साथियों के द्वारा अपनी आराजी खसरा नंबर 18,24/5 रकवा 0.583 एवं 0.162 हेक्टेयर भूमि पर 2005 में ग्राम पंचायत चकेठी जनपद पंचायत जैतहरी के माध्यम से कृषि कार्य हेतु कपिलधारा योजना के तहत कूप निर्माण स्वीकृत कर अपने अराजी खसरा नंबर पर कपिलधारा कूप का निर्माण कराया गया था। तब से लेकर आज दिनांक तक वह अपने खेत पर खेती करता चला आ रहा है। किन्तु उसके जमीन से लगे हुये खसरा नंबर 200 जो कि शासकीय भूमि है उस पर ग्राम पंचायत चकेठी के द्वारा तालाब का निर्माण कराया गया है।
सरपंच-सचिव व उपसरपंच की हुई शिकायत
अब तालाब का निर्माण हो जाने के बाद मेरे कुएं को बंद करने के नाम पर सरपंच, उप सरपंच व सचिव के द्वारा आये दिन गाली-गलौज व मारपीट किये जाने की धमकी लगातार दी जा रही है व कृषि कार्य करने से रोका जा रहा है। चकेठी निवासी केदार वर्मा के द्वारा साथियों सहित चचाई थाने पहुंचकर मामले की शिकायत नगर निरीक्षक चचाई से करते हुये न्याय की गुहार लगाई गई है।
नाले का बदला स्वरूप
ग्राम पंचायत चकेठी अंतर्गत वार्ड क्रमांक 1 व 3 के बीच कई दशकों से बहता चला आ रहा टेढिया नाला जो कि बारिश के दिनों में खेती-किसानी के काम आता है लेकिन सचिव-सरपंच व उपसरपंच की मिलीभगत के कारण टेढ़िया नाला का स्वरूप बदलते हुये उसे तालाब में तब्दील कर दिया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि तालाब निर्माण की आड़ में पंचायतकर्मी समेत जनप्रतिनिधि ने लाखों रूपये की राशि का बंदरबांट करने का प्रयास किया जा रहा है।
इनका कहना है
मेरे खिलाफ जिन लोगों ने शिकायत की है, मैं अभी उन्हें बताता हूं।
राजेश द्विवेदी
उप सरपंच, चकेठी।
पीड़ित किसान के द्वारा मामले की शिकायत थाने में की गई है, जिसकी विधिवत जांच कराई जाएगी।
अमर सिंह मरकाम
उपनिरीक्षक, कोतवाली थाना चचाई।