वाशिंगटन। अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर चीन को बेइज्जत किया। यह दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट घोलने वाला हो सकता है। पहले तो शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप ने ताइवान की राष्ट्रपति साई-इंग वेन को कॉल किया और फिर इस कॉल के 72 घंटों के अंदर एक ऐसा ट्वीट कर दिया जिसके बाद चीन का गुस्सा सांतवें आसमान पर पहुंच सकता है।
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट किया और लिखा कि जब चीन ने अपनी मुद्रा को घटाया तो क्या उसका कदम सही था। चीन के इस कदम की वजह से अमेरिका को लाखों अरबों का नुकसान हो रहा है। बिना टैक्स के अमेरिका में बने काफी प्रॉडक्ट्स उनके देश में जा रहे हैं। ट्रंप ने लिखा इन सामानों से क्या चीन साउथ चाइना सी के बीच में कोई बड़ा मिलिट्री कॉम्प्लेक्स बना रहे हैं?
चीन बौखला जाएगा
आपको बता दें कि चीन, ताइवान, फिलीपींस, विएतनाम, मलेशिया और ब्रुनेई साउथ चाइना सी पर अपना हक जताते हैं। यहां से खरबों डॉलर का बिजनेस हर वर्ष होता है। चीन को हमेशा से ही साउथ चाइना सी पर अमेरिका के हस्तक्षेप से एतराज रहा है। ऐसे में ट्रंप का यह ट्वीट निश्चित तौर पर अमेरिका के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
ट्रंप ने उड़ाया अमेरिकन नीति का मजाक
ताइवान की राष्ट्रपति को कॉल करने के बाद ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'ताइवान की राष्ट्रपति ने उन्हें कॉल किया और राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी। थैंक्य यू।' इसके बाद ट्रंप ने अमेरिका की ताइवान के साथ नीतियों का मजाक उड़ाया और कहा कि अमेरिका ताइवान को बिलियन डॉलर्स की मिलिट्री मदद तो देता है लेकिन उनसे उम्मीद की जाती है कि वह बधाई के लिए आने वाले फोन को पिक न करें। वर्ष 1979 के बाद शुक्रवार को पहला मौका था जब अमेरिका के किसी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति या राष्ट्रपति ने ताइवान के किसी नेता से बात की थी। ट्रंप से पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने आखिरी बार ताइवान के किसी नेता से बात की थी। कार्टर ने ताइवान को चीन का ही एक हिस्सा माना था।