सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। बौद्ध धर्म के धर्म गुरू के साथ 18 दिसंबर को हुई मारपीट के विरोध में बौद्ध धर्म के लोगों ने बालाघाट नगर बंद का आव्हान किया था। लेकिन इस बंद को चेंबर ऑफ कामर्स के लोगों ने अपना समर्थन न देते हुये इसका जमकर विरोध करते हुये व्यापारियों से दुकाने खुली रखने की अपील की। इस विरोध के दौरान प्रदर्शनकारियों और व्यापारी संगठनों के बीच तीखी नौकझोंक भी हुई लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा स्थिति को नियंत्रण में लेकर मामले को शांत कराया गया।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक को सामाजिक संगठन के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था लेकिन चार दिन बीतने के बावजूद पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जिससे बौद्ध समाज नाराज है और पुलिसिया कार्यवाही एवं आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नगर बंद का आव्हान किया गया था। वहीं बौद्ध समाज के लोगों का कहना है कि धर्म गुरू के साथ मारपीट करने वाले अपराधियों को पुलिस ने एक हप्ता हो जाने के बाद भी गिरफ्तार नही कर पाई है। इसी के विरोध मंे आज बंद का आव्हान किया गया था।
वहीं बंद को लेकन व्यापारियों में काफी नाराजगी देखी गई। प्रदर्षनकारी जहां- जहां बंद कराने के लिये जाते वहीं व्यापारियों का भी दल दुकानदारों से दुकान खोलने की अपील करता नजर आया। कहीं कहीं तो व्यापारियों और प्रदर्षनकारियों के बीच विवाद की स्थिति भी निर्मित हो गई। जिसे पुलिस प्रषासन से शांत कराया। वहीं बंद को लेकर व्यापारियों का कहना है कि इनके समाज के दो गुट है जिसके लेकर इनका विवाद हुआ है और इसको लेकर पुरा बालाघाट बंद करना उचित नही है। इन लोगों के द्वारा गुंडागर्दी करके नगर बंद कराया जा रहा है। जिसका चेंम्बर ऑफ कॉमर्स विरोध करती है।