
बता दें कि कुछ समय पहले मंदिर के कार्यकारी अधिकारी के एन सतीश ने परंपरा को तोड़ते हुए महिला श्रद्धालुओं को ड्रेस कोड में छूट देने की घोषणा की थी, जिसके मुताबिक महिलाएं सलवार कमीज और चूड़ीदार पायजामा पहनकर भी मंदिर में पूजापाठ कर सकती थी। मंदिर के मुख्य पुजारी ने इसका विरोध किया था।
केरल हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए मंदिर के मुख्य कार्यकारी को निर्देश दिया था कि वह महिला श्रद्धालुओं के ड्रेस कोड का मामला 30 दिनों के भीतर सुलझाएं। याचिका में मांग की गई थी कि सलवार कमीज और चूड़ीदार पहने महिलाओं को भी मंदिर के भीतर जाने की इजाजत दी जाए। इसी याचिका को अब खारिज कर दिया गया है।
बता दें कि केरल का पद्मनाभस्वामी मंदिर 2011 में उस वक्त दुनियाभर में चर्चा के केंद्र में आ गया था जब मंदिर के तहखाने से तकरीबन एक लाख करोड़ रुपए का खजाना मिला था। इससे हर किसी की उत्सुकता मंदिर को लेकर बढ़ गई थी।