नईदिल्ली। तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी अन्नाद्रमुक का कहना है कि राज्य की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की बीमारी और फिर निधन के सदमे में 77 लोगों की जान चली गई। हालांकि केंद्रीय एजेंसियों ने यह संख्या 30 बताई थी। गौरतलब है कि तमिलनाडु में जयललिता को उनके समर्थक भगवान की तरह पूजते हैं।
राज्य सरकार इन सभी के परिवारवालों को तीन-तीन लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देगी। साथ ही जयललिता के निधन की खबर सुनकर अपनी अंगुली काटने वाले और खुद को आग लगाने वाले एक अन्य शख्स को 50-50 हजार की रकम दी जाएगी।
बता दें कि तामिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और जयललिता के राजनीतिक गुरु एमजी रामचंद्रन के निधन के वक्त राज्य में हालात और भी खराब थे। उस वक्त राज्य में हर तरफ दंगे शुरू हो गए थे। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इन दंगो में 29 लोग मारे गए थे