
जिले में कटंगी क्षेत्र के सीतापठोर ग्राम में मिले बाघ का कंकाल और सडी गली हालात में मिले बाघ के शव के मामले में अबतक 40 आरोपियों के खिलाफ वनविभाग ने नामजद अपराध दर्ज किया है जिसमें 23 आरोपियों की गिरफतारी हो चुकी है। 7 आरोपी अभी भी फरार हैं। इस मामले में लापरवाही बरते जाने पर सीतापठोर में पदस्थ वनरक्षक को निलम्बित कर दिया गया है।
सीसीएफ श्री धीरेन्द्र भार्गवा ने पत्रकारवार्ता में अवगत कराया की तांत्रिकों द्वारा ग्रामीणों को गुमराह कर तंत्र विघा के माध्यम से रूपये की बारिश किये जाने का लालच देकर उनसे बाघ और तेंदुए की मूंछ के बाल, पंज्जे, नाखून, दांत और उनकी हड्डीयों की मांग की जाती रही है जिसके चलते लालच में फसकर बिजली का करंट लगाकर बाघ और तेंदुए का शिकार किया जाता था।
पकडे गये आरोपियों में बालाघाट तथा सिवनी जिले एवं महाराष्ट्र रामटेक के निवासी है। इस अवैध शिकार के मामले की जांच के लिये भोपाल से विशेष जांचदल एवं डागस्काड का सहयोग लिया गया है। आरोपियों से 8 दांत, 4 नाखून, तथा 9 मूंछ के बाल सहित तेंदुए के पंज्जे और मंूछ के बाल बरामद हुये है। इस तरह अबतक 4 तांत्रिक,12 बिचौलिए,17 शिकारी वनविभाग के गिरफ्त में आ चुके है।