
बड़े स्तर पर टैक्स चोरी के बारे में अधिकारियों को पुख्ता जानकारी थी। इन तीन में से दो बिजनेसमैन शेखर रेड्डी और श्रीनिवास रेड्डी है। ये दोनों रेत खनन का काम किया करते थे। वहीं तीसरे शख्स का नाम प्रेम है। वह इन दोनों के कारोबार की देखरेख करता था।
शेखर रेड्डी के बारे में पता चला है कि वह तिरुपति के तिरुमाला मंदिर के ट्रस्ट का सदस्य था। वह बड़े-बड़े सरकारी अधिकारियों से संपर्क में था।
आपको यह भी बता दे कि वह अपोलो हॉस्टिपल पहुंचा था और बीमार जयललिता के लिए प्रसाद लेकर गया था। जयललिता के निधन के बाद पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री पद की कमान दी गई। पिछले साल पनीरसेल्वम तिरुपति मंदिर पहुंचे थे जहां उन्होंने शेखर रेड्डी से मुलाकात की थी। एआईएडीएमके ने कहा है कि शेखर सिर्फ मंदिर से सदस्य होने की हैसियत से जयललिता से मिला था।