
हरिशंकरपुरम निवासी महेन्द्र सक्सेना के पास रिलायंस इंश्योरेंस की बीमा पॉलिसी है। इसमें यह कहते हुए 10 हजार रुपए जमा कराया कि आपकी पॉलिसी का लकी ड्रॉ के दौरान चुनाव हुआ है। आपको इनाम दिया जाएगा। उन्होंने पॉलिसी में 10 हजार रुपए का चेक जमा किया। जब लकी ड्रॉ का इनाम नहीं मिला तो रिलायंस इंश्योरेंस कंपनी में संपर्क किया। उन्हें जानकारी मिली कि उनके बेटे के नाम से फर्जी तरीके से 10 हजार की नई पॉलिसी तैयार कर दी गई है। पॉलिसी पर फर्जी हस्ताक्षर किए गए और पता भी फर्जी लिखा गया।
इसको लेकर महेन्द्र सक्सेना ने DISTRICT COURT में अनिल अंबानी के खिलाफ परिवाद दायर की, जिसे न्यायिक मजिस्ट्रेट ने खारिज कर दिया। न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश को अपर सत्र न्यायाधीश की कोर्ट में चुनौती दी है। अनिल अंबानी, अनूप राय, प्रशीर चतुर्वेदी को प्रतिवादी बनाया है। इनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने की मांग की है।