
मंत्री का बेटा है तो सुर्खियों में आना ही था। भोपाल के एक पत्रकार ने बताया कि मुदित ने जैसे ही अपनी टाइमलाइन पर इसे पोस्ट किया, उन्हें भी लगातार इसी अंदाज में यूजर्स ने जवाब दिए। कई लोग नाराज भी हुए। हालांकि उनके समर्थकों ने इसे लाइक तो किया ही बल्कि शेयर भी किया। इधर जब यह पोस्ट वायरल होनी शुरू हुई तो मुदित ने विवाद बढ़ता देख इसके नीचे एक और लाइन लिखी।
उपरोक्त कथन एक व्यंग्यात्मक मुहावरा है। कृपया इसे मुहावरे के रूप में ही लें, पसंद आए तो लाइक करें अन्यथा फेसबुक ने डिस लाइक का बटन भी डाल दिया है कृपया controversy ना क्रिएट करें।
पत्रकार बताते हैं कि बाद में इस पर मुदित ने सफाई भी दी। मीडिया को मुदित ने इस पोस्ट को लिखने की वजह बताते हुए कहा कि उन्होंने इसे आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं के लिए लिखा है। जिस तरह केंद्र की भाजपा सरकार ने कालाधन समाप्त करने के लिए 500 और 1000 रुपये के नोट हटाने का निर्णय लिया है, वह सराहनीय कदम है और इस पर जो उंगली उठा रहे हैं, यह पोस्ट उसी का जवाब है। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)