मुसलमानों के विश्व सम्मेलन का संदेश: हालात देख कर संभलना सीखो

भोपाल। रविवार को 69वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा की शुरुआत फजिर की नमाज के साथ हुई। यहां सबसे बड़े इस्लामी मजमें में पहले बयान में दिल्ली के मौलाना मोहम्मद जमशेख ने लोगों को नसीहत दी कि दुनिया के हालात देख कर संभलना सीखो। देर न करो और नेक और ईमान के रास्ते पर चलना शुरू कर दो। खुदा भी उसी की मदद करता है, जिसका ईमान पक्का और इरादे मजबूत होते हैं। ईमान की ताकत सबसे बड़ी होती है।

कुरआन के उसूलों पर चलने में ही भलाई
बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी में लगे इज्तिमा में करीब 15 मुल्कों से आईं विदेशी जमाते शामिल हैं। मौलाना जमशेख ने कहा कि अल्लाह की निगाहें हमेशा हम पर रहती हैं। ईमान की ताकत सबसे बड़ी और ईमानदार शख्स का हर लफ्ज ताकतवर होता है। कुरआन के बताए उसूलों पर चलने में ही भलाई है।

ओहदेदारों से ताल्लुक बढ़ाने में वक्त जाया न करें
मौलवी शौकत अहमद ने कहा कि जो अल्लाह को याद रखता है, अल्लाह उसे भी अपने से दूर नहीं होने देता है। हमें दीन की राह पर चलना चाहिए। इस राह पर चलने से हमारी आखिरत सुधर जाती है। मौलाना साअद साहब ने कहा कि अपनी जुबान पर हमेशा काबू रखे। यह जोड़ने और तोड़ने के दोनों ही काम करती है। जुबांन का बेहतर इस्तेमाल करना आना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बड़े ओहदेदारों से ताल्लुक बढ़ाने में वक्त जाया न कर अल्लाह से सच्चा रिश्ता बनाओ। यही रिश्ता तुम्हें कामयाब बनाएगा। उन्होंने युवाओं से कहा कि टीवी व इंटरनेट का उपयोग जरूरत के मुताबिक ही करें। इसमें अपना वक्त बर्बाद न करें।

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